कोरोना का कहर: मुजफ्फरपुर के SKMCH में एक साथ जांच कराने पहुंचे एक हजार लोग, भाग गये गार्ड-कर्मचारी, छिप गये डॉक्टर

कोरोना का कहर: मुजफ्फरपुर के SKMCH में एक साथ जांच कराने पहुंचे एक हजार लोग, भाग गये गार्ड-कर्मचारी, छिप गये डॉक्टर

MUZAFFARPUR :  पूरी दुनिया में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस ने सोमवार को मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल(SKMCH) में भारी अफरातफरी मचा दी. कोरोना के दहशत से डरे लोगों का भारी हुजूम एक साथ श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंच गये. जांच कराने आये लोगों की भारी भीड़ को देखकर अस्पताल के डॉक्टर से लेकर गार्ड और कर्मचारी दहशत में आ गये. गार्ड और कर्मचारी अस्पताल छोड़ कर भाग खड़े हुए तो डॉक्टर छिप गये. किसी तरह पुलिस ने हालात को संभाला.

दूसरे राज्यों से पहुंचे लोगों ने मचायी अफरातफरी

दरअसल दिल्ली से लेकर देश के दूसरे राज्यों में बिहार के लोगों में भगदड़ मची है. बड़ी तादाद में लोग बिहार लौट रहे हैं. मुजफ्फरपुर में भी हजारों लोग दूसरे राज्यों से वापस लौटे हैं. ऐसे ही तकरीबन एक हजार लोग सोमवार को एसकेएमसीएच पहुंच गये. वे मेडिकल कॉलेज में कोरोना को लेकर बनाये गये वार्ड में पहुंच गये. जबकि व्यवस्था के नाम पर वहां सिर्फ खानापूर्ति की गयी थी.

गायब हो गये गार्ड, कर्मचारी और डॉक्टर

SKMCH में बनाये गये कोरोना आइसोलेशन वार्ड में तैनात गार्ड और कर्मचारी लोगों की भारी भीड़ देख कर फरार हो गये. वहीं, डॉक्टर कहीं नजर ही नहीं आये. हालात बेकाबू होते देख अस्पताल अधीक्षक ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची और लोगों को शांत किया. 

बाहर से लौटे लोग खांसी-सर्दी और बुखार से पीड़ित

दरअसल दूसरे राज्यों से मुजफ्फरपुर लौटने वालों में बड़ी तादाद में लोग खांसी-सर्दी और बुखार से पीडित हैं. सरकार कोरोना के मरीजों का यही लक्षण बता रही है. लिहाजा कोरोना से खौफजदा लोग सीधे अपनी जांच कराने अस्पताल पहुंच गये. भीड़ का आलम ये था कि सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर दूसरे सारे एहतियातों का कोई ख्याल नहीं रखा गया.

पुलिस की निगरानी में की गयी स्क्रिंनिंग

हालांकि मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में कोरोना की जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. लेकिन पुलिस की निगरानी में अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों की स्क्रिनिंग की. अस्पताल अधीक्षक ने लोगों की स्क्रीनिंग के लिए एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों को लगाया. डॉक्टरों के साथ नर्स व स्वास्थ्यकर्मियों को भी लगाया गया. 

श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में थर्मल स्कैनर की कमी के कारण भी परेशानी हुई. बाद में सदर अस्पताल से थर्मल स्कैनर और मेडिकल टीम को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बुलाया गया. इसके बाद एक साथ दो जगहों पर लोगों की स्क्रिनिंग शुरू की गयी. इससे भीड़ कम हुई. हालांकि स्क्रिनिंग का सिलसिला रात तक चलता रहा. 

अस्पताल प्रशासन को नहीं थी इतनी भीड़ की उम्मीद

श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने बताया कि इतनी बड़ी तादाद में लोगों के जांच के लिए आने की उम्मीद नहीं थी. अधीक्षक ने बताया कि जांच कराने आये ज्यादातर लोग दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और पश्चिम बंगाल से बिहार लौटे हैं. मुजफ्फरपुर के  सदर अस्पताल में भी जांच के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच गये. उनमें से 110 की स्क्रीनिंग भी हुई. लेकिन इसी बीच SKMCH से त्राहिमाम संदेश मिलने के बाद सदर अस्पताल में रखे गये दोनों थर्मल स्कैनर को वहां भेज दिया गया. लिहाजा सदर अस्पताल में स्क्रिनिंग बंद कर दी गयी. 

मुजफ्फरपुर में कोरोना जांच की कोई व्यवस्था नहीं

बड़ी बात ये है कि मुजफ्फरपुर में कोरोना की जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. कोरोना की जांच पटना में हो रही है. मुजफ्फरपुर में संदिग्ध मरीज का ब्ल़ड सैंपल लिया जा सकता है. लेकिन इतनी बड़ी तादाद में लोगों के पहुंचने के बाद ब्ल़ड सैंपल लेना भी संभव नहीं है.