1st Bihar Published by: Saurav Kumar Updated Sun, 28 Feb 2021 05:40:22 PM IST
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SITAMARHI : नीतीश के सुशासन राज में दो दिन पहले तक दहशत में जीने वाले बीजेपी के विधायक अचानक से अपने आप को बहुत सेफ फील करने लगे हैं. मुख्यमंत्री को लेटर लिखकर सीतामढ़ी और सीमांचल के जिले में जवान एसपी मांगने वाले भाजपा विधायक मिथिलेश कुमार के सुर अचानक से नरम पड़ गए हैं. रविवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधायक मिथलेश कुमार ने कहा कि हम सीएम नीतीश से तबादला की बात नहीं बोले थे. बल्कि हमने युवा और गतिशील पुलिस कप्तान की पोस्टिंग करने की बात कही थी.
सीतामढ़ी से बीजेपी विधायक डॉ. मिथिलेश कुमार ने कहा कि 'मेरा पत्र वायरल है. मैंने सीतामढ़ी के एसपी के तबादले की मांग नहीं की थी. मेरे पास जो शब्द संग्रह है, मैंने उसी भाषा में सीएम के सामने अपनी बात रखी. लोगों को समझ देना भगवान का काम है. मैंने सीएम नीतीश से ये कहा था कि सीमांचल के सारे जिलों में युवा यानी कि जवान पुलिस कप्तान की पोस्टिंग होनी चाहिए. ताकि नेपाल से सटे इलाके में जो आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. उसे युवा पुलिस कप्तान रोकने में सक्षम हो."
आपको बता दें कि इसी विधायक ने दो दिन पहले मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि वो दहशत में जी रहे हैं. उनके इलाके में अपराध इतना बढ़ गया है कि उनके क्षेत्र की जनता भी दहशत में जी रही है. एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होने के नाते ये उनके लिए चिंता की बात है. सीतामढ़ी जिले के साथ-साथ नेपाल की सीमा से सटे जिलों में युवा और गतिशील पुलिस कप्तान की पोस्टिंग की जाये. एनडीए की सरकार में आपराधिक घटनाओं का बढ़ना चिंता की बात है.
विधायक ने अपने पत्र में ये भी लिखा था कि इस विषय में पूर्व में भी मुख्यमंत्री से मिलकर अपील की गई थी. गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के सांसद सुनील कुमार पिंटू भी सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार को हटाने के लिए मुख्यमंत्री से मांग कर चुके हैं. आपको बता दें कि सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार दो साल पहले जिले में आये थे. 8 मार्च 2019 को रातों-रात इनका तबादला कर सीतामढ़ी भेजा गया था, जब ये गया जिले में सिटी एसपी के पद पर तैनात थे.
आपको बता दें कि बीते बुधवार को जिले के मेजरगंज थाना अंतर्गत कुंवारी गांव में छापेमारी करने पहुंची पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने फायरिंग कर दी थी, जिसमें मेजरगंज थाने के दारोगा दिनेश राम शहीद हो गए थे. जबकि इसी घटना में एक चौकीदार लालबाबू पासान भी जख्मी हो गए थे. एनकाउंटर के दौरान पुलिस की गोली से एक बदमाश रंजन सिंह भी मारा गया था.
