PATNA: शनिवार को पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। कहा कि तेजस्वी ने बिहार के युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया। यही कारण है कि बिहार के युवा आज सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस की लाठी खा रहे हैं। जबकि तेजस्वी इन छात्रों को इस हालत में छोड़ विदेश में छुट्टी मना रहे हैं। संजय जायसवाल ने तेजस्वी से पूछा कि क्या हुआ तेरा वादा?
संजय जायसवाल ने कहा कि सीटीईटी/टीईटी अभ्यर्थी चौथी बार पटना में लाठीचार्ज के शिकार हुए। पुलिस के अधिकारियों से छात्रों को धमकी दिलवा रहे हैं। पुलिस पदाधिकारी की यह भाषा लोकतांत्रिक नहीं है। विगत 11 महीने में महागठबंधन की सरकार ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 8 बार संशोधन किया है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो इसलिए सरकार नियमावली में बदलाव कर रही है।
बिहार के शिक्षा मंत्री को सबसे अशिक्षित व्यक्ति माना जाए तो इसमें गलत नहीं है। शिक्षा मंत्री कहते हैं कि बिहार के छात्रों में प्रतिभा की कमी है। शिक्षा मंत्री का यह बयान गलत है। देश के किसी राज्य में पदाधिकारी और अधिकारी के रूप में बिहारी ही कार्यरत है।बीपीएससी से भर्ती प्रक्रिया भी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को रोकने का प्रयास सरकार कर रही है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री को सबसे पहले हटाया जाए। प्रोफेसर चंद्रशेखर जब तक शिक्षा मंत्री रहेंगे तब तक बिहार में छात्रों का आंदोलन उनके बयानों से होता रहेगा। बिहार सरकार छात्रों की बातों को सहानुभूति पूर्वक सुने। 13 जुलाई को शिक्षकों के समर्थन में बीजेपी का विधानसभा मार्च ऐतिहासिक मार्च होगा।
नीतीश कुमार के अपने विधायक और सांसदों से मुलाकात पर भी तंज कसा। नीतीश कुमार को अपनी जमीन खिसक गई है यह उन्हें समझ आ गया है। नीतीश कुमार को पता चल चुका है वे बूझ चुके हैं। पहले कभी विधायकों और सांसदों के साथ बात नहीं की बीजेपी का स्टैंड है। बीजेपी को अब अपने साथ नहीं लेना है। महागठबंधन में नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री ना बना दे इसलिए विधायक-सांसदों से नीतीश मिल रहे हैं। नीतीश कुमार को छोड़कर महागठबंधन खिलाफ जो हमारे साथ आना चाहिए हम उनका साथ ले सकते हैं। लेकिन नीतीश कुमार को बीजेपी अब कभी स्वीकार नहीं करेगा। नीतीश कुमार के पलटी मारने के कारण विपक्षी दल भी उन पर भरोसा नहीं करती।