DESK: इस वक्त की बड़ी खबर अरुणाचल प्रदेश से आ रही है, जहां बड़ा हादसा हुआ है। मंडला पहाड़ी इलाके में भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। इस हादसे के बाद लापता पायलटों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। हादसा कैसे हुआ फिलहाल इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। हादसे के वक्त हेलीकॉप्टर में पायलट और को-पायलट मौजूद थे।
सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने इस बात की पुष्टि की है कि ऑपरेशनल सॉर्टी पर चीता हेलीकॉप्टर का संपर्क सुबह सवा नौ बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया था। उन्होंने कहा है कि हेलीकॉप्टर के बोमडिला के पश्चिम में मंडला के पास दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर है। सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
बता दें कि सेना के चीता हेलीकॉप्टर की गिनती हल्के हेलीकॉप्टरों में होती है। ये एक सिंगल इंजन वाले हेलीकॉप्टर होते हैं। फिलहाल भारतीय सेना के पास दो सौ चीता हेलीकॉप्टर मौजूद हैं। हेलीकॉप्टर में ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम और वेदर रडार जैसे सिस्टम नहीं लगे हैं, जिसके कारण खराब मौसम में यह हादसे का शिकार हो जाते हैं।
पिछले साल भी इंडियन आर्मी का चीता हेलीकॉप्ट तवांग के पास क्रैश हो गया था। इस हादसे में दो पायलटों में से एक पायलट शहीद हो गए थे। आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच वर्षों में तीनों सेनाओं के अबतक 18 हेलिकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं। पिछले साल लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राज्य रक्षामंत्री अजय भट्ट ने इसकी जानकारी सदन को दी थी।