India-England Test Series: बदल गया भारत-इंग्लैंड सीरीज का नाम, अब इन दिग्गजों के नाम पर खेली जाएगी टेस्ट श्रृंखला Shashi Tharoor: अमेरिका में बैठ थरूर की पाकिस्तान को चेतावनी, बोले "धैर्य की परीक्षा ली तो अगली बार अंजाम होगा और भी भयानक" Bihar News: राजगीर पुलिस अकादमी का होगा विस्तार, इन सुविधाओं पर खर्च किए जाएंगे करोड़ों Bihar Weather: अगले 4 दिन उमस भरी गर्मी करेगी परेशान, इन जिलों में छिटपुट बारिश संभव प्रशांत किशोर का राहुल गांधी पर हमला: "रेवंत रेड्डी के बयान पर स्पष्ट करें अपनी स्थिति, बिहारियों का अपमान बर्दाश्त नहीं" जेपी सेतु पर बड़ा हादसा: टक्कर के बाद कार और वैन में लगी आग, दोनों गाड़ियां जलकर खाक पेट्रोल पंप कर्मी की ईमानदारी बनी मिसाल: बाइक सवार का 5 लाख रुपए से भरा बैग पुलिस को लौटाया पर्यावरण दिवस पर भाजपा नेता अजय सिंह ने किया वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प विश्व पर्यावरण दिवस पर संजीव मिश्रा ने की लोगों से अपील, कहा..बर्थडे और मैरिज एनिवर्सरी पर लगाये पौधे बिहार के भाजपा नेता के बयान से भड़के राहुल गांधी, कहा..क्या ऐसे लोग महिलाओं की सुरक्षा करेंगे?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 25 Nov 2023 11:48:36 AM IST
- फ़ोटो
SASARAM : बिहार में जबसे शिक्षा विभाग की कमान के के पाठक ने संभाली है तबसे वो आए दिन वो कोई न कोई नया फरमान जारी करते रहते हैं। ऐसे में कभी - कभी कोई आदेश टीचरों के पक्ष में होता है तो कभी यह आदेश टीचरों के लिए काफी महंगा पड़ जाता है। ऐसे में अब एक ताजा मामला सासाराम से निकल कर सामने आ रही है। जहां पाठक ने कहा कि- सिर्फ स्कूल आ जाने से टीचरों को स्कूल में प्रेज़न्ट नहीं माना जाएगा।
के के पाठक ने राज्य के टीचरों को लेकर साफ़ तौर पर कहा है कि- विद्यालय में सिर्फ पहुंच जाने भर से शिक्षकों की हाजिरी नहीं माना जाएगा। उन्हें हर दिन 6 क्लास लेनी होगी। पाठक ने प्राथमिक विद्यालय में जांच के क्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक को हिदायत देते हुए कहा कि विद्यालय के सभी शिक्षक सिर्फ उपस्थित हो जाए, इससे उनकी उपस्थिति नहीं समझी जाएगी। उन्हें प्रत्येक दिन अलग-अलग छह कक्षा लेनी होगी।शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक ने यह आदेश सासाराम में एक स्कूल के निरिक्षण के दौरान दी है।
वहीं, के के पाठक जब विद्यालय की स्थिति के बारे में प्रधानाध्यापक से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान हेडमास्टर साहब की भाषा सुनकर वह दंग रह गए। केके पाठक ने शिक्षक से बातचीत के दौरान उनके शब्दावली पर सवाल खड़े किए और कहने लगे कि आप लोगों की भाषा जब हमें समझ में नहीं आ रही है तो बच्चों का क्या होगा।
दरअसल, विद्यालय की जर्जर स्थिति के बारे में बातचीत करते हुए प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में कई कक्षाएं 'समाप्त' हो गई है। विद्यालय का एक कक्षा 'फट' गया है। कुछ कक्षा 'कारगर' नहीं है। तो ऐसे शब्द सुनकर के के पाठक हैरान रह गए। उसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के भाषा का उपयोग नहीं करें।