DESK : सावन के महीने में शिवजी की उपासना का बड़ा महत्व होता है. इस पुरे महीने शिव भक्त भगवान भोले की उपासना में लीं रहते हैं. नियम धर्म का पालन करते हुए शिव की उपासना में लीं रहते है. यू तो सावन के महीने में क्या करना चाहिए और क्या नहीं किसी से छुपा नहीं है. पर आइये जानते हैं सावन के पावन माह में क्या करना चाहिए और क्या नहीं :-
1. हिन्दू धर्म में इस पवित्र महीने के दौरान खाने-पीने की चीजों को लेकर बेहद सावधानी बरतनी होती है. इस महीने मांस-मछली के सेवन से परहेज किया जाता है. सात्विक भोजन करने की कोशिश करनी चाहिए.
2. श्रावण मास में शिवलिंग का दूध से जलाभिषेक करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इसी कारण इस महीने दूध पीने से परहेज करना चाहिए साथ ही भाद्र मास में दही खाने से परहेज करना चाहिए.
3. अगर घर के बहार कोई गाय या बैल आए तो उसे मारकर भगाने की बजाए कुछ खाने के लिए जरूर दें. बैल को मारना भगवान शिव की सवारी नंदी का अपमान करने के समान है.
4. हरी सब्जियों का सेवन करने वालों को इस पुरे महीने बैंगन खाने से भी परहेज करना चाहिए. दरअसल बैंगन को एक अशुद्ध सब्जी माना जाता है. इसी कारण लोग द्वादशी और चतुर्दशी तिथि पर बैंगन नहीं खाते हैं
5. भगवान शिव को बेलपत्र, भांग और धतूरा काफी प्रिय है, इन को अर्पित किये बिना पूजा अधूरी मानी जाती है. इसी तरह पूजा के वक्त कुछ खास चीजें चढ़ाने से बचना चाहिए. जैसे शिवलिंग पर कभी भी हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए.
6. इसके अलावा सावन के महीने में शरीर पर तेल लगाने से भी परहेज करना चाहिए. साथ ही भोजन के लिए कांसे के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए.
7. सावन में पूजा के समय भगवान शिव या शिवलिंग को केतकी का फूल अर्पित करने से बचना चाहिए. इसके अलावा दिन के वक्त सोने से भी बचना चाहिए.
8. किसी का अपमान करना कभी अच्छा नहीं माना गया है. खासतौर से गुरु, जीवनसाथी, माता-पिता, मित्र और द्वार पर आए लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए.