SARAN : बिहार के एक गांव में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज के मिलने के बाद पूरे गांव को सील कर दिया गया है. प्रशासन ने गांव के आस-पास के 7 किलोमीटर के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. यानि उस पूरे इलाके में सिर्फ वही लोग आ जा सकेंगे, जिन्हें प्रशासन की अनुमति होगी. सकते में आये प्रशासन ने गांव के हर घर में संदिग्धों की पहचान शुरू कर दी है.
सारण में सील किया गया गांव
बिहार के सारण यानि छपरा के इसुआपुर प्रखंड के एक गांव को प्रशासन ने सील कर दिया है. इस गांव में एक युवक को कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया है. कोरोना का शिकार बना युवक मार्च में इंग्लैंड से वापस अपने गांव लौटा था. विदेश से आने वाले लोगों की जांच पड़ताल में लगे प्रशासन ने उस युवक की जांच करायी तो वो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया. इसके बाद पूरे गांव को सील कर दिया है.
7 किलोमीटर के दायरे में आवाजाही पर रोक
सारण जिला प्रशासन ने उस गांव के आसपास के 7 किलोमीटर के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. यानि उस इलाके में उन्हीं लोगों की आवाजाही होगी जिन्हें प्रशासन अनुमति देगा. कोरोना से पीड़ित मरीज की पहचान के बाद डीएम सुब्रत कुमार सेन ने गांव को सील कर आवागमन को पूरी तरह बाधित करने का आदेश दिया. वहां के सभी सरकारी, निजी प्रतिष्ठानों के साथ साथ सारे रास्तों को अगले आदेश तक बंद करने को कहा गया है.
जिला प्रशासन ने 7 किलोमीटर के एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. इस दौरान कंटेनमेंट जोन से बाहर जाने वाले या अंदर घुसने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया गया है. डीएम ने इस पूरे इलाके को संक्रमण से मुक्त करने के लिए अभियान चलाने को कहा है.
जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन में रहने वाले सभी परिवारों की गहन निगरानी करने को कहा है. कोरोना से पीड़ित युवक के गांव के हर परिवार के हर सदस्य की प्रतिदिन जांच करने को कहा गया है. डीएम ने सारे लोगों की जांच रिपोर्ट को हर रोज जिला प्रशासन को सौंपने को कहा है. हालांकि इसका भी ख्याल किया जा रहा है कि गांव के लोगों को खाने-पीने की दिक्कत नहीं हो. लिहाजा हर परिवार को उनके दरवाजे पर राशन का पैकेट उपलब्ध कराने को कहा गया है.