ARRAH: आरा-सासाराम मुख्य सड़क से महज पांच सौ मीटर दूर बराप गाँव के सैकड़ों ग्रामीणों ने एनडीए समर्थित लोकसभा प्रत्याशी राजकुमार सिंह के विरोध में रोड नहीं तो वोट नही का बैनर लेकर पशु मेला के पास घेराव कर दिया। जैसे ही आर० के० सिंह का काफिला पशु मेला के समीप पहुंचा तो सैकड़ों लोग रोड नहीं तो वोट नही के नारा लगाने लगे।
उनकी गाड़ी जब नारेबाजी करते लोगों के पास नहीं रुकी तो लोग आक्रोशित हो गये और आर के सिंह मुर्दाबाद का नारा लगाने लगे।स्थानीय लोगों का कहना हैं कि मुख्य सड़क से महज कुछ ही दूरी पर बराप गांव हैं यहाँ के ग्रामीण सन 2000 से ईंट सोलिंग पर चल रहे हैं। सांसद और विधायक को तनिक भी शर्म नहीं हैं और वोट मांगने चले आते हैं। एक बुजुर्ग ग्रामीण तो यहाँ तक कह डाला कि चुनाव के दिन बराप गांव के कोई भी वोटर वोट नहीं देगा।
लोगों के हंगामे को देखते हुए आरके सिंह अपने काफिले के साथ वापस पहुंचे और लोगों से बातचीत की। ग्रामीणों का कहना था उदवंत नगर के डेढ किलोमीटर का रोड जर्जर स्थिति में इसका आज तक जीर्णोद्वार नहीं हुआ। इस बात से गुस्साएं लोगों को आरके सिंह ने समझाने की कोशिश की। कहा कि हमने जीतना काम किया उतना आज से पहले कोई नहीं किया है। यदि कोई काम बचा होगा तो वहां पर काम जरूर करेंगे। ये हमारा वादा है। हम कोई गांव छोड़ने वाले नहीं है। चाहे हमको कोई वोट दिया हो या नहीं दिया हो हम वहां काम करेंगे।
उदवंतनगर पंचायत के लोगों का कहना था कि दस साल में आपने एक भी रूपये का कोई फंड नहीं दिया। यदि फंड दिये होते तो आज यहां की सड़क का यह हाल नहीं रहता। आरके सिंह ने कहा कि डेढ़ किलोमीटर का रोड सांसद फंड से नहीं बनेगा। इसके लिए हम चिट्ठी लिखेगे. जो हमारे हाथ में होगा वही करेंगे. हमारे हाथ में 25 लाख तक की योजना है। उतनी की योजना हम दे सकते हैं। इससे ऊपर की योजना हमारे हाथ में नहीं है।