संसद का मानसून सत्र आज से, मोदी सरकार को अग्निपथ पर चलना होगा

संसद का मानसून सत्र आज से, मोदी सरकार को अग्निपथ पर चलना होगा

DELHI : संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र के दौरान विपक्ष मोदी सरकार को घेरने के लिए सधी हुई रणनीति के साथ सदन में उतरेगा। मानसून सत्र के दौरान अग्नि परियोजना के साथ-साथ देश में बढ़ती हुई महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा। मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलना है और इस दौरान कुल 18 बैठकें होंगी। मानसून सत्र के दौरान सरकार की तरफ से 24 विधेयक पेश किए जाएंगे। 


मानसून सत्र की शुरुआत के पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया था। इस सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों की तरफ से कुल 25 ऐसे मुद्दे रखे गए जिस पर सदन में चर्चा की मांग की गई। सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं हुए थे और इसे लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई थी। संसद का मानसून सत्र इस लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है कि देश के अगले राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों का चुनाव इसी दौरान पूरा करा लिया जाएगा। 


मानसून सत्र को लेकर विपक्ष ने जो रणनीति बनाई है उसमें सरकार को घेरने के लिए अग्निपथ योजना सबसे ऊपर है। सरकार को इससे योजना के खिलाफ विपक्ष का विरोध सदन में झेलना होगा, इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मामला भी विपक्ष उठाएगा। राहुल गांधी सोनिया गांधी पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की नकेल को लेकर कांग्रेस से इस मसले पर सदन में जबरदस्त हंगामा खड़ा कर सकती है। साथ ही साथ मानसून सत्र के दौरान बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे छाए रहेंगे सरकार की तरफ से कुल 32 विधेयकों को संसद में चर्चा के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें से 14 विधेयक तैयार हैं। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि संसद के मानसून सत्र के दौरान सरकार आनन-फानन में कई विधेयकों को पारित करवाने की कोशिश करेगी जबकि इसके लिए सदन के सदस्यों को चर्चा का वक्त मिलना चाहिए।