PURNIA : उत्तर प्रदेश के अलीगढ से भाग कर बिहार के पूर्णिया में समधी के घर पर छिपे कोरोना के संदिग्ध मरीज ने मुहल्लेवासियों से लेकर पुलिस की नाक में दम कर दिया. गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को अस्पताल भेजने में पुलिस को पसीने छूट गये. पूर्णिया में पुलिस ने 14 लोगों को कोरोना का संदिग्ध मरीज मानते हुए अस्पताल में भर्ती कराया है.
अलीगढ के व्यक्ति ने नाक में दम किया
दरअसल पूर्णिया की के.हाट थाना पुलिस को ये खबर मिली कि हाउसिंग कॉलोनी के एक घऱ में कोरोना का एक मरीज छिप कर बैठा है. स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना देते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की. इसके बाद पुलिस उस घऱ तक पहुंची. पुलिस ने घर में छिप कर बैठे व्यक्ति से पूछताछ करनी शुरू की तो उसने अपना नाम-पता बताने से भी इंकार कर दिया. उसने पुलिस को झांसा देने की पूरी कोशिश की.
देखने से ही कोरोना का शिकार लग रहा था व्यक्ति
पुलिस सूत्रों के मुताबिक क़ड़ाई करने के बाद उस व्यक्ति ने अपनी जुबान खोली. पता चला कि वो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला है. वो अलीगढ से भाग कर आया है और कई दिनों से पूर्णिया के हाउसिंग कॉलोनी में अपने समधी के मकान में छिप कर रह रहा था. पुलिस के मुताबिक छिप कर रह रहा व्यक्ति देखने से ही काफी बीमार लग रहा था और ऐसा लग रहा था कि वो कोरोना से पीड़ित है. उसे अस्पताल भेजा गया है.
13 और संदिग्ध पकडे गये
पूर्णिया की के. हाट थाना पुलिस ने 13 और संदिग्धों को पकड कर अस्पताल भेजा है. दरअसल पुलिस को सूचना मिली कि जनता चौक के पास रेलवे ट्रैक पर कोरोना के 13 संदिग्ध मरीज कई घंटे से बैठे हैं. पुलिस वहां पहुंची तो सारे व्यक्ति बीमार दिख रहे थे. उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे थे. उन्होंने पुलिस को बताया कि वे मधेपुरा में मजदूरी का काम कर रहे थे. लॉक डाउने के बाद उन्हें कोई सवारी नहीं मिली तो रेलवे ट्रैक पकड़ कर अपने घऱ जा रहे थे. इसी बीच पूर्णिया में लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और आगे जाने नहीं दिया.
पुलिस ने सभी 13 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया है. केहाट थाने के थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि अलीगढ़ के रहने वाले एक व्यक्ति को हाउसिंग कॉलोनी और 13 व्यक्तियों को जनता चौक पर पकड़ा गया है. सभी को सदर अस्पताल भेजा गया है. थानेदार ने बताया कि मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी गयी है जो लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.