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1st Bihar Published by: Ramesh Rai Updated Wed, 03 Feb 2021 08:58:00 PM IST
SAMASTIPUR : बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले एक इंजीनियर का अपहरण हो गया है. जिस इंजीनियर को किडनैप किया गया है, उसकी पत्नी ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और देश के गृह मंत्री अमित शाह से गुहार लगाई है. इंजीनियर के बेटे की उम्र 5 साल है, जो कैंसर से पीड़ित है. 7 साल की एक मासूम बच्ची भी है, जिसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.
दरअसल समस्तीपुर के खानपुर के रहने वाले रामकुमार दिवाकर जो अरुणाचल प्रदेश में एक निजी कंपनी में इंजीनियर के पद पर काम कर रहे थे. उनका और उनके एक सहयोगी इंजीनियर का अपहरण विगत 21 दिसम्बर को उल्फा उग्रवादियों द्वारा उनके साइट से ही कर लिया गया था. अपहरण की जानकारी मिलने के बाद से समस्तीपुर में उनकी पत्नी, एक कैंसर पीड़ित 5 साल का बेटा, एक 7 साल की बेटी के साथ ही सभी परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल है. परिजन के मुताबिक वे लोग बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर देश के गृह मंत्री और कई बड़े अधिकारियों तक लिखित रूप से रामकुमार की सकुशल रिहाई को लेकर गुहार लगा चुके है लेकिन उन्हें अबतक कहीं से भी न्याय का भरोसा नहीं मिला है.
अरुणाचल प्रदेश के मीडिया में प्रसारित खबर से उन्हें यह जानकारी मिली है कि उल्फा उग्रवादियों ने सरकार को 15 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है कि उन्हें 15 करोड़ की फिरौती नहीं मिली तो वे 17 फरवरी को दोनों अगवा इंजीनियर की हत्या कर लाश भेज देगा. इस जानकारी के बाद परिजनों में और भी बेचैनी बढ़ गयी है और इन्हें अनहोनी की आशंका होने लगी है.
परिजन बिहार के मुख्यमंत्री और पुलिस के आलाधिकारियों से भी मुलाकात की काफी कोशिश की लेकिन कहीं से भी उन्हें अबतक मदद नहीं मिली है. सभी जगह से निराश होकर परिजन ने समस्तीपुर के राजद विधायक और प्रदेश प्रवक्ता अख्तरुल इस्लाम शाहीन के साथ मिलकर मीडिया के माध्यम से ही मदद की गुहार लगाया है.
समस्तीपुर में राजद विधायक और अगवा इंजीनियर के परिजनों ने फर्स्ट बिहार के माध्यम से बिहार के मुख्यमंत्री, देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से गुहार लगाया है कि जल्द ही इस मामले को संज्ञान में लेकर उल्फा उग्रवादियों के चंगुल से रामकुमार की रिहाई के लिए कार्रवाई की जाय. रामकुमार अरुणाचल प्रदेश में क्विपो आयल एंड गैस इंस्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में रेडियो ऑफिसर के पद पर काम कर रहे थे. 21दिसम्बर के बाद से उनका कोई भी सुराग घरवालों को नही मिला है.
कम्पनी के दूसरे कर्मचारियों और मीडिया से उनलोगों को जानकारी मिली कि कम्पनी से 15 करोड़ की फिरौती के लिए उग्रवादियों ने दो इंजीनियर का अपहरण कर लिया है. आरजेडी विधायक ने बिहार और केंद्र सरकार से रामकुमार की रिहाई में पहल करने की अपील के साथ ही भरोसा दिया है कि नेताप्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से भी वे खुद अरुणाचल और केंद्र सरकार से बात करने की मांग करेंगे.