PATNA : बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी तपिश उफान पर है। इस सियासी तपिश को बढ़ाने में सबसे अधिक योगदान कांग्रेस का बताया जा रहा है। इसके पीछे की वजह यह बतायी जा रही है कि अभी तक पार्टी के तरफ से कैंडिडेट के नाम तक तय नहीं हो सका है। जबकि पुराने नेताओं का चुनाव लड़ने से इनकार कर देना कांग्रेस के लिए नई मुसीबत बनने गई है। ऐसे में अब इस मुद्दे पर जदयू के प्रवक्ता ने जोरदार तंज किया है। उन्होंने कहा है कि कुर्ता-पाजामा पहनकर लोग इन दिनों 6 लोकसभा इलाकों में नहीं जाएं वरना आपको कभी भी पकड़कर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतार दिया जाएगा। जदयू प्रवक्ता ने लोगों से सावधान रहने और पकड़ौआ उम्मीदवार बनने से बचने की सलाह दी है।
जदयू के प्रवक्ता और पूर्वमंत्री नीरज कुमार ने कहा कि सावधान ! पकड़ौआ उम्मीदवार बनने से बचें। कुर्ता- पाजामा पहनकर इन दिनों राज्य के 6 लोकसभा इलाकों में न जाएं। उन्होंने इन 6 लोकसभा सीटों का भी जिक्र किया है। नीरज कुमार ने कहा है कि पटना साहिब, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, समस्तीपुर, सासाराम और पश्चिमी चंपारण के क्षेत्र में कुर्ता-पाजामा पहनकर न जाएं। वरना जंगलराज के नायक लालू यादव जी के पास आपको पहुंचाकर कांग्रेस पार्टी का सिंबल सौंपकर इन लोकसभा सीटों का कैंडिडेट बना दिया जाएगा।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में कांग्रेस को 9 सीटें मिली हैं। इसमें पार्टी ने अबतक तीन प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। 6 सीटों पर नामों की घोषणा अभी बाकी है। इन सीटों पर उम्मीदवार खोजने में कांग्रेस के पसीने छूट रहे हैं। जिन तीन सीटों पर उम्मीदवार भी घोषित हुए हैं, वे भी दूसरे चरण के नामांकन के आखिरी डेट 4 अप्रैल से दो दिन पहले। ऐसे में अब इस मामले पर जदयू चुटकी लेने का मौका नहीं छोड़ रहा है।
बताते चलें कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अबतक तीन नामों का ऐलान किया है। इसमें दो नाम किशनगंज से मो. जावेद और कटिहार के तारिक अनवर पहले से लगभग तय थे। जावेद ने 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की लाज बचाई थी। इसलिए इनका टिकट तय था। दूसरा तारिक अनवर के आगे टिकट की रेस में कोई नहीं टिक सका। हालांकि, आरजेडी कोटे से अशफाक करीम यहां से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन सीट बंटवारे में कटिहार सीट कांग्रेस को मिल चुकी है।