PATNA : इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने जो मर्डर की जो कहानी सुनायी है उसे रूपेश की विधवा ने झूठ का पुलिंदा करार दिया है. रूपेश की पत्नी नीतू सिंह ने कहा है कि रोड एक्सीडेंट के बाद रूपेश सिंह की किसी से कोई मारपीट नहीं हुई थी. पुलिस जिस जगह पर एक्सीडेंट की बात बता रही है वहां एक्सीडेंट हुआ ही नहीं था. एक्सीडेंट के बाद रूपेश की गाड़ी का किसी ने पीछा नहीं किया था.
किसी को बचा रही है पुलिस
रूपेश सिंह हत्याकांड के खुलासे के बाद नीतू सिंह से मीडिया ने बात की. नीतू सिंह ने कहा-पुलिस जो बोल रही है वह बिल्कुल गलत बात है. रूपेश सिंह ने कहां मारपीट की, कहां है वीडियो फुटेज. पुलिस मुझे सीसीटीवी फुटेज दिखाये. रूपेश सिंह की हत्या की जो कहानी सुनायी जा रही है वह सही नहीं है. किसी को बचाया जा रहा है. नीतू सिंह बोली-मुझे न्याय चाहिये.
मारपीट की कोई घटना तक हीं हुई थी
रूपेश की पत्नी नीतू सिंह ने कहा कि रूपेश की गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ था. रूपेश सिंह ने उस घटना के बारे में बताया था. उन्होंने बताया कि कोई पीछे से गाड़ी में धक्का मार कर भाग गया था. वो गाड़ी से उतरे और वो आदमी भाग गया. रूपेश ने उसे ठीक से देखा तक नहीं था मारपीट की बात कहां से आ गयी है. कोई बात नहीं हुई, कोई बहस नहीं हुई थी. एकदम झूठ बात है. अगर कोई सबूत है तो पुलिस दिखाये.
रूपेश की पत्नी ने कहा है कि किसी को बचाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस बताये की किसे बचाया जा रहा है. हम पुलिस की बात को नहीं मानते. गलत कहानी बतायी जा रही है. नीतू सिंह ने कहा कि उन्हें न्याय चाहिये.
गौरतलब है कि पटना पुलिस आज रूपेश मर्डर कांड की कहानी लेकर सामने आयी. पुलिस ने कहा कि नवंबर में रूपेश की गाडी का एक एक्सीडेंट हुआ था. उसके बाद एक बाइक सवार से रूपेश सिंह की लड़ाई हुई थी. रूपेश ने उसे जमकर पीटा था. उसी घटना का बदला लेने के लिए रूपेश सिंह की हत्या कर दी गयी.
पुलिस की इस कहानी को रूपेश के परिवार वालों से लेकर दूसरे जानकारों ने खारिज कर दिया है. रूपेश को जानने वाले बता रहे हैं कि वे मारपीट करने वाले स्वभाव के नहीं थे. परिजन कह रहे हैं कि ऐसा कोई एक्सीडेंट हुआ ही नहीं. कोई मारपीट नहीं हुई. पुलिस कह रही है कि मारपीट हुई और उसके कारण ही हत्या कर दी गयी.
पुलिस की इस कहानी में सैकड़ों छेद हैं. पटना के एसएसपी ने जो कहानी सुनायी वो खुद अपनी पोल खोल दे रही है. लेकिन सरकार को पीठ थपथपाने का मौका मिल गया है.