PATNA: वैश्विक महामारी कोरोना पूरे देश में तेजी से फैल रहा है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह दूसरे व्यक्ति को भी संक्रमित कर रहा है। इस महामारी ने पिछले साल भी हाहाकार मचा रखा था। तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया है। ऐसे में रामनवमी के दिन लगने वाली भारी भीड़ आज सन्नाटे में तब्दिल हो गयी है। पिछले साल की तरह इस साल भी रामनवमी पर कोरोना का ग्रहण लग गया है। बात चाहें पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर की करें या फिर पटना सिटी के बेगमपुर स्थित जल्ला वाले हनुमान मंदिर की सभी जगह सन्नाटा पसरा हुआ है।
एक समय था जब रामनवमी के मौके पर भगवान को प्रसाद चढ़ाने और दर्शन करने के लिए एक पहले से ही लोग कतार में लगा करते थे और अपनी बारी का इंतजार करते थे। भीड़ इतनी उमड़ती थी कि पूछिए मत। लोगों में इसे लेकर गजब का उत्साह देखने को मिलता था। पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में लाइने इतनी लंबी रहती थी कि भक्तों को भगवान का दर्शन करने में कई घंटे लग जाते थे। वही पटनासिटी के ऐतिहासिक जल्ला वाले हनुमान मंदिर में भी अमुमन यही स्थिति रहती थी।
लेकिन आज इस कोरोना वायरस ने रामनवमी के पर्व पर भी ग्रहण लगा दिया है। अब लोग घर में ही पूजा पाठ कर रहे हैं मंदिरों में तो सन्नाटा पसरा हुआ है। दरअसल कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने पिछले दिनों धार्मिक स्थलों को बंद रखने का निर्देश दिया था। ताकि कोरोना के फैल रहे संक्रमण को रोका जा सके। जिसके बाद से लगातार धार्मिक स्थल बंद है जिसके कारण आज मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं देखी जा रही है। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिर के रास्तों को भी बांस से घेर दिया गया है और श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। वही मंदिर के मुख्य द्वार पर पुलिस की तैनाती भी की गई है।
हालांकि रामनवमी के मौके पर मंदिर के पुजारी और प्रबंधन कमिटी के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान की पूजा करते दिखे। जल्ला वाले हनुमान मंदिर के पुजारी कमल नयन मिश्रा ने बताया कि रामनवमी के मौके पर भगवान की पूजा की गई और उनसे यह प्रार्थना की गई कि इस कोरोना महामारी से देश को अब वे ही छुटकारा दिलाएं ताकि अगले साल श्रद्धालु धूमधाम के साथ रामनवमी का पर्व मना सकें।