PATNA : मॉनसून सत्र में विपक्ष द्वारा महंगाई, बेरोजगारी, और जीएसटी को लेकर का हंगामा जारी है. हंगामे के चलते दोनों सदनों की में चर्चा नहीं हो पा रही है. इस वजह से उपसभापति ने राज्यसभा के 19 सांसदों को सदन से एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. इनमें तृणमूल सांसद सुष्मिता देव, डॉ शांतनु सेन और डोला सेन, शांता छेत्री, मोहम्मद अब्दुल्ला, एए रहीम, एल यादव और वी वी. शिवादासन, अबीर रंजन विश्वास, नदीमुल हक शामिल हैं.
दरअसल, राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया. सदन में उपसभापति ने सभी सदस्यों को नियमों का हवाला देते हुए आग्रह किया कि प्लेकार्ड्स लेकर वेल में न आएं. उन्होंने कहा कि चेयर को नियम 256 लगाने के लिए मजबूर न करें. राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान, उपसभापति बार-बार नारेबाजी और तख्तियां लहराने वाले सदस्यों से सदन में शांति बनाने और सदन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह करते रहे.
बार-बार सदस्यों को चेतावनी भी दी गई कि यह नियमों के खिलाफ है, इसके तहत सदस्यों का नाम लिया जा सकता है और कार्रवाई हो सकती है. लेकिन उनकी बात को नजरंदाज करते हुए विपक्ष का हंगामा जारी रहा. जिसके बाद उपसभापति ने सेक्शन 256 के तहत हुई कार्रवाई करते हुए 19 सांसदों को सदन से एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया.
इससे पहले सोमवार को लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने महंगाई और जीएसटी की बढ़ती दरों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद कांग्रेस के चार सांसदों पर कार्रवाई करते हुए पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया. इसमें मणिक्कम टेगोर, टीएम प्रतापन, ज्योतिमणी, रम्या हरिदास शामिल हैं.