काउंटिंग कराने वाले अधिकारियों को तेजस्वी ने दी चेतावनी, कहा..गड़बड़ी की तो मिलेगा करारा जवाब जमुई पुलिस कैंप में हादसा: पानी की टंकी गिरने से दो CRPF जवान घायल, अस्पताल में भर्ती पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह को मिली जमानत, आचार संहिता उल्लंघन मामले में बिक्रमगंज कोर्ट से मिली राहत साइबर थाने में केस दर्ज होने पर बोले सुनील सिंह, कहा..हमारी आवाज को कोई दबा नहीं सकता काउंटिंग से पहले तेजस्वी यादव ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद श्रेयसी सिंह को जान से मारने की मिली धमकी, साइबर DSP से भाजपा प्रत्याशी ने की शिकायत Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती दिल्ली ब्लास्ट अलर्ट के बीच बाबा बागेश्वर की पदयात्रा में घुसा संदिग्ध युवक, फर्जी पुलिस आईडी के साथ गिरफ्तार जमुई में मतगणना की तैयारियाँ पूरी: डीएम-एसपी ने की संयुक्त ब्रीफिंग, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
1st Bihar Published by: 2 Updated Mon, 08 Jul 2019 12:40:37 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : राहुल गांधी ने पटना आकर बिना कुछ बोले बिहार कांग्रेस के नेताओं को कई मैसेज दे दिया है. यही नहीं राहुल गांधी ने सोनिया गांधी की बनाई हुई व्यवस्था को पटना आकर तोड़ दिया है. नहीं गए सदाकत आश्रम राहुल गांधी पटना आने के बाद पार्टी कार्यालय नहीं गए. आपको बता दें कि सोनिया गांधी की बनाई उस व्यवस्था से खुद को अलग करने जैसा था, जिसके तहत कांग्रेस के कोई वरिष्ठ नेता या मंत्री अगर किसी राज्य का दौरा करते हैं तो पार्टी मुख्यालय भी आवश्यक रूप से जाते हैं। तीन नेताओं से लिया फीडबैक राहुल गांधी ने प्रदेश की राजनीति पर केवल तीन नेताओं से राय ली. पहले तो वह कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा के साथ करीब आधा घंटे तक बातचीत करते रहे, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह को भी बुलाकर शामिल कर लिया. राजनीतिक चर्चा में अखिलेश को नहीं किया शामिल खबर के मुताबिक राहुल गांधी ने प्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा के दौरान अखिलेश सिंह को शामिल नहीं किया. राहुल गांधी शक्ति सिंह गोहिल, मदन मोहन झा और सदानंद सिंह से ही प्रदेश की राजनीतिक हालात पर चर्चा की.हालांकि इस चर्चा के बाद राहुल गांधी ने अखिलेश सिंह को भी अपने काफिले में शामिल कर लिया.अपने करीब तीन घंटे के प्रवास के दौरान वे बिना कुछ कहे कांग्रेसियों के लिए बहुत कुछ कह गए. उनका यह स्पष्ट संदेश रहा कि अनुशासन से कोई समझौता नहीं करेंगे. कांग्रेसियों को वे इस बात का भी एहसास करा गए कि उनके लिए प्रोटोकाल अहम है.