PATNA : राजधानी पटना के धनरुआ के पभेड़ी मोड़ पर दिवाली पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के उद्घाटन के विवाद में दोनों गुट भिड़ गये। इस दौरान मारपीट के बाद तोबड़तोड़ फायरिंग की गई। इसके बाद दूसरे दिन दोनों गुट भिड़ गये। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक गुट के एक युवक को हिरासत में लिया तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस पर रोड़ेबाजी करते हुए युवक जबरन छुड़ा लिया। इस रोड़ेबाजी में थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसकर्मी, एक मुखिया प्रतिनिधि व अन्य दो लोग घायल हो गए।
दरअसल, धनरुआ के पभेड़ी मोड़ पर स्थानीय लोगों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उद्घाटन को लेकर एक गुट विधायक रेखा देवी के पक्ष में था तो दूसरा गुट आयोजन समिति के सदस्य श्याम गोप के पक्ष में था। कार्यक्रम शुरू होने के दौरान विधायक रेखा देवी मौके पर पहुंची और उद्घाटन कर लौट गईं। इसे लेकर श्याम गोप के लोग आक्रोशित हो गए। हंगामा करने लगे। मारपीट और फायरिंग शुरू हो गई।
वहीं, इस दौरान बीच बचाव कर रहे देवदहा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार का सिर फट गया। उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची औरआयोजकों पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं लेने का आरोप लगा बंद करा दिया। लेकिन घटना के दूसरे दिन एक गुट के कल्लू यादव लोगों के साथ पभेड़ी मोड़ पहुंचा। श्याम गोप के गुट के मखदुमपुर निवासी अजय यादव को उसके भाई को दुकान पर पकड़ लिया। मारपीट कर उसका सिर फोड़ दिया। दोनों गुट भिड़ गये। जमकर फायरिंग शुरू हो गई।
उधर, इस मामले थानाध्यक्ष ने बताया कि फायरिंग व रोड़ेबाजी करने वालों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। हमला करने को लेकर आरोपितों के खिलाफ पुलिस के बयान पर एक अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। धनरुआ थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में आरोपित मखदुमपुर के गुड्डू कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। लेकिन, पुलिस के इस कार्रवाई से लोग आक्रोशित हो गए।
उसके बाद पुलिस के सामने ही फायरिंग करते हुए रोड़ेबाजी शुरू कर दी। आरोपित गुड्डू को पुलिस से जबरन छुड़ा लिया। रोड़ेबाजी में सब इंस्पेक्टर अरविन्द कुमार व होम गार्ड का जवान मनोज सिंह सहित तीन घायल हो गए। इसमें मनोज सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं जख्मी मखदुमपुर के अजय यादव को भी पीएमसीएच रेफर किया गया है।