राजधानी के बाद अब इन जिलों में भी ट्रैफिक कैमरों से कटेगा चालान, SMS के जरिए मिलेगी जानकारी

राजधानी के बाद अब इन जिलों में भी  ट्रैफिक कैमरों से कटेगा चालान, SMS के जरिए मिलेगी जानकारी

PATNA : बिहार में अब यातायात नियमों का उल्लंघन किया तो आपका चालान खुद से कट जाएगा और एसएमएस के माध्यम से आपको जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसको लेकर राज्य के कई शहरों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से ई चलान की व्यवस्था शुरू की गयी है। 



दरअसल, बिहार की राजधानी पटना के साथ-साथ बिहारशरीफ, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे बड़े शहरों में सड़क दुर्घटना के मामलों में कमी लाने को लेकर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ऑटोमेटिक ई चलान की व्यवस्था शुरू की गई है। इसको लेकर राज्य परिवहन आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने निर्देश भी जारी किया है। 



उन्होंने कहा है कि, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से यातायात उल्लंघनकर्ताओं के विरुद्ध चालान निर्गत करने के लिए इंटिग्रेशन का कार्य किया गया है। इसके माध्यम से ऑटोमेटिक चालान निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। फिलहाल इसकी शुरुआत राजधानी में की गयी है। इसके बाद जल्द ही बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी, मुजफ़्फ़रपुर स्मार्ट सिटी एवं भागलपुर स्मार्ट सिटी में भी कमांड एंड कंटोल सेंटर के माध्यम से ई चालान शुरू करने की योजना है। 


इतना लगेगा जुर्माना

मालूम हो कि, वर्तमान में बिना हेलमेट पकड़ें जाने पर 1000 रुपये का चालान किया जाएगा। बिना सीटबेल्ट पकड़ें जाने पर 1000 रुपये। स्टॉप लाइन वॉयलेशन  पर 5000 रुपये। रॉग साइड ड्राइविंग में पहली बार पकड़े जाने पर 5000 रुपये एवं दूसरी बार 10 हजार रुपये का चलान कटेगा। इसके साथ ही     वाहन चलाते मोबाइल पर बात करते हुए पहली बार पकड़े जाने पर 5000 रुपये एवं दूसरी बार 10 हजार रुपये का चलान मिलेगा। अधिक तेज वाहन चलाने पर एलएमवी-2000, एचएमवी-4000 का जुर्माना लगेगा। जबकि ट्रैफिक सिग्नल वॉयलेशन में पहली बार पकड़े जाने पर 5000 रुपये एवं दूसरी बार 10 हजार रुपये और  बाइक पर दो से अधिक की सवारी 1000 रुपये का चलान कटेगा। 


आपको बताते चलें कि, इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंटोल सेंटर के माध्यम से 20 मार्च से लेकर अब तक 487 उल्लंघनकर्ताओं का ई चालान काटा गया है। इसके लिए राजधानी के विभिन्न 30 मुख्य जगहों पर रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम, 25 जगहों पर एएनपीआर कैमरा और 12 जगहों पर स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम लगाए गए हैं।