Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Koilwar bridge accident : कोइलवर सिक्सलेन पुल पर स्कूल बस और कंटेनर की टक्कर, ड्राइवर की हालत गंभीर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 23 Aug 2025 04:04:34 PM IST
Success Story - फ़ोटो file photo
Success Story: आईपीएस अधिकारी राहुल लोढ़ा इन दिनों सुर्खियों में हैं। उन्होंने जिस तरह से महिला वकील अर्चना तिवारी का केस सुलझाया और इस वजह से चर्चा आए हुए हैं। आइए जानते हैं कि क्या है इसकी खासियत ?
दरअसल, एक महिला वकील अर्चना तिवारी लगभग दो सप्ताह पहले चलती ट्रेन से लापता हो गई थीं और आईपीएस लोढ़ा और उनकी टीम ने उन्हें खोज निकाला था। जिस कारण वह चर्चा में हैं। सबसे पहले हम यह जानते हैं कि उन्होंने कहां से पढ़ाई लिखाई की है और कब यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस बनें।
सबसे पहले आपको बता दें कि आईपीएस राहुल लोढ़ा भोपाल रेलवे में एसपी है। यह महाराष्ट्र के जलगांव के मूल निवासी है और उन्होंने पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से बीई आईटी की डिग्री हासिल की है। इतना ही नहीं पढ़ाई पूरी होने के तुरंत बाद उन्हें एमएनसी कंपनी आईबीएम में नौकरी मिल गई थी। लेकिन,जाॅब शुरू करने के कुछ ही महीनों बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी क्योंकि उनका सपना सिविल सेवा में जाने का था।
इसके 2009 में राहुल लोढ़ा ने आईबीएम की नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए, लेकिन आर्थिक तंगी और शहर के बारे में सीमित जानकारी के कारण काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा इस दौरान कोचिंग के बारे में जानकारी करने के लिए चांदनी चौक की धर्मशालाओं और गुरुद्वारों में कई रातें बितानी पड़ीं थी।
बताया जाता है कि,लोढ़ा अपने दो प्रयासों में असफल हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और मेहनत कर फिर से तैयारी शुरू की और तीसरे प्रयास में उन्होंने 2010 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और चयन भारतीय पुलिस सेवा के लिए किया गया। इस तरह से आईपीएस बनकर उन्होंने अपने सपने को पूरा किया। वह 2011 बैच एमपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।