PATNA : राज्य के बाहर से लौट रहे प्रवासी बिहारियों ने नीतीश सरकार की चुनौती बढ़ा दी है। सरकार की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि अब तक राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासियों में से सौ से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। राज्य सरकार लगातार बाहर से आने वाले बिहारियों की स्क्रीनिंग करा रही है, उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है और इसी दौरान सौ से ज्यादा प्रवासी पॉजिटिव पाए गए हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हाई लेवल मीटिंग के दौरान स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया है कि बिहार में कोरोना से संक्रमित लोगों की तादाद फिलहाल प्रवासी बिहारियों के कारण बढ़ी है। मुख्यमंत्री के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग के वक्त तक 96 कोरोना पॉजिटिव ऐसे पाए गए हैं जो प्रवासी बिहारी हैं। हालांकि यह आंकड़ा अब और आगे बढ़ चुका है। प्रवासी बिहारियों में संक्रमित लोगों की तादाद को देखते हुए अब सरकार ने बाहर से आने वालों की जांच और सघन तरीके से करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा है कि मेडिकल की टीम प्रॉपर स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को उनके इलाके में जाने दे रही है। जिस किसी के अंदर लक्षण या फिर बुखार पाया गया है उनको तत्काल अलग करते हुए सैंपल लेकर जांच कराई गई है।
मुख्यमंत्री के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग के दौरान आपदा प्रबंधन विभाग में इस बात की जानकारी दी है कि राज्य के अंदर अब तक क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 72 हजार लोगों को रखा जा चुका है। यह सभी 21 दिन की अवधि पूरी करने के बाद ही अपने घरों तक जाएंगे। क्वॉरेंटाइन किए गए सभी लोगों का फोन नंबर सरकार के डेटाबेस में उपलब्ध है जिसके आधार पर लगातार मुख्यालय से भी मॉनिटरिंग की जा रही है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के मुताबिक सरकार लगातार ऐसे लोगों पर नजर रख रही है जिनके संपर्क में आए लोग संक्रमित पाये गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि राज्य के बाहर से पैदल चलकर आने वाले लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार इंतजाम करें। साथ ही साथ यह भी अनुरोध किया गया है कि बाहर से लोग पैदल चलकर ना आएं। अगर इलाके में कोई ऐसा व्यक्ति आता है तो लोगों से अपील की गई है कि वह तत्काल अपने प्रखंड मुख्यालय या फिर थाने में इसकी सूचना दें।