राज्य के बाहर से आनेवाले बिहारियों को कई स्तर पर कराना होगा जांच, सरकार की पूरी प्लानिंग समझिए

राज्य के बाहर से आनेवाले बिहारियों को कई स्तर पर कराना होगा जांच, सरकार की पूरी प्लानिंग समझिए

PATNA : शनिवार से प्रवासी बिहारियों के राज्य में पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ है और इसके साथ ही राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले बिहारियों को लेकर हेल्थ चेकअप और स्क्रीनिंग के नियमों को सख्त कर दिया है। राज्य में आने वाले सभी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों, तीर्थ यात्रियों को आने के बाद सघन जांच प्रक्रिया का सामना करना होगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए पूरी गाइडलाइन जारी कर दी है। 



स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक हर स्तर पर बाहर से आने वाले लोगों की स्कैनिंग और मेडिकल चेकअप की जाएगी। रेलवे स्टेशन से लेकर सभी सीमाओं और प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर तक के क्वारन्टीन सेंटर में डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए एमबीबीएस डॉक्टरों के साथ-साथ आयुष और डेंटिस्ट की ड्यूटी लगाने का फैसला किया है। इनके साथ एएनएम और पारा मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेंगे। मेडिकल टीम इंफ्रारेड थर्मामीटर से लेकर अन्य एक्यूपमेंट से लैस रहेगी। मेडिकल टीम को हर स्टेशन पर काफी मात्रा में मास्क हैंड सेनेटाइजर, ग्लव्स और अन्य संसाधनों के साथ तैनात किया जाएगा। 


स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासियों को हर स्थिति में 21 दिनों  के क्वारन्टीन पीरियड में रहना होगा। इस दौरान लगातार प्रवासियों का हेल्थ चेकअप किया जाएगा और जिस किसी की भी तबीयत बिगड़ेगी या किसी तरह का नया लक्षण पाए जाएगा उनको तुरंत स्वास्थ्य विभाग के क्वारन्टीन सेंटर में ले जाया जाएगा। स्वास्थ विभाग में ले जाने के बाद उनका कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा। स्वास्थ विभाग में क्वॉरेंटाइन सेंटर को लेकर जो आवश्यक निर्देश दिए हैं उनमें मच्छरों को कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से दवा का छिड़काव के साथ साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त संख्या में दवाओं की उपलब्धता। क्वारन्टीन सेंटर में नियमित सफाई और भोजन की व्यवस्था को सुनिश्चित रखने को कहा गया है।