MUZAFFARPUR : बिहार के मुजफ्फरपुर से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां एसकेएमसीएच में भर्ती बंदी की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां वार्ड संख्या पांच में इलाजरत बंदी धीरज कुमार पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। वह अहियापुर में पांच साल पूर्व हुए चर्चित अंकज ठाकुर हत्याकांड का नामजद आरोपी है। यह अहियापुर थाना के खालिकपुर गांव का रहने वाला है।
मिली जानकारी के अनुसार कैदी के साथ दो पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया था। एक पुलिसकर्मी शौच के लिए गया और दूसरा इधर-उधर घूमने लगा। कैदी धीरज कुमार ने इसी का फायदा उठाया और हथकड़ी खोलकर फरार हो गया। इस घटना की सूचना जेल अधीक्षक को देकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है और फरार कैदी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है।
शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के अधीक्षक ब्रिजेश सिंह मेहता ने अहियापुर थाने में आवेदन दिया है। इसके अलावा पुलिस एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है। इस घटना को लेकर जेल प्रशासन की ओर से बताया गया है कि कारा के चिकित्सा पदाधिकारी ने जांच के बाद पेट में दर्द की शिकायत पर बेहतर इलाज के लिए धीरज को 20 अप्रैल को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया था।
उधर, घटना के बाद पुलिस ने खालिकपुर स्थित धीरज के आवास पर छापेमारी की गई। इस दौरान उसके भाई को उठाने की भी चर्चा है। पुलिस कस्टडी से बंदियों के फरार होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी बंदी पुलिस व्यवस्था को धत्ता बताकर भागने में सफल हुए हैं। फिलहाल अस्पताल से फरार हुए कैदी की तलाश में पुलिस जुट गई है।