पुलिस कांस्टेबल ने टीचर ने मांगी खैनी, देने से किया मना तो उतारा मौत के घाट

पुलिस कांस्टेबल ने टीचर ने मांगी खैनी, देने से किया मना तो उतारा मौत के घाट

DESK : तंबाकू जानलेवा है, इसे आज ही छोड़े।  यह बात आप आए दिन कहीं न कहीं पढ़ या सुन ही रहे होंगे। इसकी लत से निजात दिलवाने को लेकर बड़े पैमाने पर नशा मुक्ति कार्यक्रम और सेंटर भी खोले गए हैं। लेकिन, इसके बाबजूद लोग इस आदत से बाज नहीं आ रहे हैं और कहीं भी किसी भी अंजान शख्स के सामने हाथ फैला दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब एक बड़ा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक सिफाही से टीचर से खैनी की मांग कर डाली और उसके बाद जब टीचर ने खुद की  खैनी देने से मना कर दिया तो आवेश में आकर सिपाही से उसे गोली मार डाली। 


दरअसल, एक टीचर की हत्या का मामला सामने आया है। ऐसी खबर है कि पुलिस कांस्टेबल ने किसी मामूली बात को लेकर एक टीचर को गोलियों से भून डाला। उसके बाद घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल टीचर को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।  इसके बाद पुलिस ने मृत टीचर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। 


बताया जा रहा है कि. आरोपी कांस्टेबल शराब के नशे में था और वह रात के समय टीचर से तंबाकू की मांग कर रहा था। इस पर टीचर ने तंबाकू देने से इंकार कर दिया उसके बाद आवेश में आकर पुलिसकर्मी ने इस घटना को अंजाम दे डाला। पुलिस की टीम स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर अन्य जिलों में स्थित कॉलेज में जमा करने के लिए निकली थी। इसमें टीचर धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार और पुलिस टीम में उप निरीक्षक नागेंद्र चौहान, मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश के साथ दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप शामिल थे।  लेकिन कॉलेज के गेट बंद होने के चलते यह टीम रात के समय गाड़ी में ही आराम कर रही थी। 


वहीं, इसी दौरान टीम में शामिल पुलिस कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने टीचर धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू की मांग की।  इस पर तंबाकू न देने के चलते शराब के नशे में चूर कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने अपनी कार्बाइन से टीचर धर्मेंद्र पर फायरिंग कर दी। इसमें कई गोलियां लगने से टीचर धर्मेंद्र कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें आनन- फानन में अस्पताल पहुंचाया गया,जहां डॉक्टर से इसे मृत घोषित कर दिया।