DESK : रील लाइफ की 'जय-वीरू' की जोड़ी से बिल्कुल अलग एक रियल लाइफ के 'जय-वीरू' की जोड़ी को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये जय-वीरु अपनी जरुरतों को पूरी करने के लिए एक गैंग चलाते थे. इनके गैंग में कई सदस्य हैं जो बड़ी सफाई से टू-व्हीलर चुराने का काम करते हैं. इंदौर पुलिस ने 'जय-वीरू गैंग' के 7 सदस्यों को चोरी की 21 बाइक के साथ गिरफ्तार किया है.
प्रेमिकाओं को घुमाने के लिए करते थे बाइक चोरी
पुलिस के मुताबिक 'जय-वीरू गैंग' में कई सदस्य हैं, जो मौज-मस्ती और अपनी प्रेमिकाओं को घुमाने और अय्याशी के लिए बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देते थे.
'जय-वीरू गैंग' नाम होने के पिछे की कहानी
इस गैंग का नाम जय-वीरू होने के पीछे भी एक कहानी है. इस गैंग का हर सदस्य एक दूसरे के प्रति पूरी तरह से वफादार होते है. अपने गैंग के किसी भी मेंबर से जुड़ी कोई भी जानकारी ये किसी को भी नहीं देते हैं. अपनी दोस्ती की मिसाल देने के लिए गैंग ने अपना नाम जय-वीरु गैंग रखा था.
इस गैंग के सदस्य चोरी की गई गाड़ियों को सस्ते दामों पर बेच कर मिलने वाले रुपये को अय्याशी और गर्लफ्रेंड्स को घुमाने में खर्च करते थे.