DELHI : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से मन की बात कार्यक्रम में रूबरू हो रहे हैं. कोरोनाा काल में दो बार देशवासियों से मन की बात कार्यक्रम में रूबरू हो चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन क्राइसिस के बीच इस बार देशवासियों से संवाद कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले, देश के पूर्वी छोर पर अम्फान आया, तो पश्चिमी छोर पर साइकलोन निसर्ग आया. कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई–बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे. इन सबके बीच हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है. वाकई, एक-साथ इनती आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलती हैं .
पीएम मोदी ने कहा कि एक साल में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम-ज्यादा होने से, वो साल, ख़राब नहीं हो जाता. भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है. भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है. दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है. अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है.
पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है. लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं. उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है. श्रद्धांजलि दे रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है. इन साथियों के परिवारों की तरह ही हर भारतीय, इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है.