DELHI : भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झडप के 36 घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान आया है. प्रधानमंत्री आज कोरोना संकट को लेकर देश के मुख्यमंत्रियों से बात करने बैठे थे और उसी बीच उन्होंने चीन के साथ हुई हिंसक झ़डप पर बयान दिया. नरेंद्र मोदी ने कहा-“हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा. देश की संप्रभुता सर्वोच्च है. देश की सुरक्षा करने से हमे कोई रोक नहीं सकता. इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिये.”
चीन के साथ हुई झड़प को लेकर करीब चार मिनट के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शांति चाहता है. लेकिन उकसाने पर भारत हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है. प्रधानमंत्री ने कहा कि दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय पर देश को गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं. नरेंद्र ने कोरोना को लेकर हो रही बैठक में मौजूद सभी मुख्यमंत्रियों से कहा कि वे दो मिनट खड़े होकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दें और फिर आगे बैठक की कार्रवाई शुरू की जाये.
चीन को लेकर सख्त होते जा रहे भारत सरकार के तेवर
भारत और चीन की सेना के बीच झड़प पर अब तक दोनों देशों के शीर्ष स्तर पर खामोशी थी. लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया है. जिस भाषा में प्रधानमंत्री ने बात की उससे साफ है कि भारत के तेवर सख्त होते जा रहे हैं. चीन को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर रक्षा मंत्री और गृह मंत्री के स्तर पर लगातार बैठकों का दौर जारी है.
19 को सर्वदलीय बैठक
चीन के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में केंद्र सरकार चीन के साथ हुए विवाद की जानकारी देने के साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए आम सहमति बनाने की कोशिश करेगी.
सोमवार रात हुई थी हिंसक झड़प
गौरतलब है कि 15-16 जून की देर रात 14 हजार फीट ऊंची गलवान वैली भारत और चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. भारतीय सैनिकों पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों, लाठियों और धारदार चीजों से हमला किया था. जिसमें भारत के कमांडिंग अफसर समेत 20 जवान शहीद हो गए, 135 जख्मी है. इनमें से 4 की हालत गंभीर है.
हालांकि इस हमले में चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की खबर है. भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक मारे जाने वालों में चीन की यूनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है. इसी ऑफिसर की यूनिट ने भारतीय सेना पर हमला बोला था.