PATNA : एक तरफ कोरोना वायरस का संकट छाया हुआ है. वहीं दूसरी ओर कोरोना वारियर्स लगातार इस संकट से देश को बचाने में जुटे हुए हैं. लेकिन कुछ ऐसे पुलिसवाले भी हैं. जिनके एक गलती के कारण पूरे डिपार्मेंट की नाक कटती है. लॉक डाउन की स्थिति में भी बिहार पुलिस का नया कारनामा सामने आया है. पटना पुलिस की गुंडई के चर्चे एक बार फिर से नौबतपुर के इलाकों में सुर्खियां बटोर रही हैं.
मामला पटना के नौबतपुर इलाके की है. जहां नौबतपुर में पुलिसवालों ने दुकानदारों की पिटाई की और दूकान से जबरन मुफ्त में सब्जियां उठाकर ले गए. पुलिसवालों ने दुकानदारों को डंडे से पीटा, जिसके कारण उन्हें काफी चोटे आई हैं. सब्जी बिक्रेता सुमित्रा देवी बताती हैं कि पुलिसवालों ने उनकी पिटाई की और एक किलो टमाटर उठा कर ले गए. इतना ही नहीं उन्होंने एक किलो टमाटर के एक रुपया भी नहीं दिया. जबरदस्ती दूकान बंद करा के बच्चे को भी पीटने की बात कही.
एक दूसरे सब्जी बिक्रेता ललन कुमार बताते हैं कि पुलिसवालों ने काफी ज्यादती की. दुकानदारों के साथ-साथ कुछ ग्राहकों को भी उन्होंने पीटा. हालांकि इन्होंने थाने में इसकी शिकायत पुलिस के डर से नहीं की. एक और सब्जी दुकानदार सुमित्रा देवी बताती हैं कि पुलिस की मार उन्हें मंजूर नहीं है. हम आखिर किससे इसकी शिकायत करेंगे. भूख से मर जायेंगे. पुलिसवालों की ज्यादती नहीं सहेंगे.
पुलिस के डंडे के शिकार सब्जी बिक्रेता मोहममद अशरफ ने भी कैमरे के सामने अपने दर्द को बयां किया. अशरफ ने बताया कि पुलिसवालों ने उनके साथ अत्याचार किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस की इस हरकत के कारण सभी दुकानदारों ने सब्जी बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है. इनलोगों ने पुलिस से दवा के पैसे की भी मांग की. क्योंकि इनलोगों को गंभीर चोटे आई हैं.
नौबतपुर बीडीओ ने इस पूरे मामले की जांच कराने की बता कही है. उन्होंने कहा कि सब्जी दुकानदारों की ओर से जो भी आरोप लगाए गए हैं, इसकी शिकायत सीनियर अफसरों से की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि दुकानदारों से बातचीत कर बाजार लगाने की भी अपील की जाएगी.