पटना पुलिस के कोरोना फाइटर्स घर में एंट्री नहीं ले रहे, ड्यूटी के साथ अपनों की सुरक्षा भी जरूरी

पटना पुलिस के कोरोना फाइटर्स घर में एंट्री नहीं ले रहे, ड्यूटी के साथ अपनों की सुरक्षा भी जरूरी

PATNA : कोरोना वायरस लॉकडाउन में एक तरफ लोग अपने घरों में हैं तो दूसरी ओर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो रात-दिन अपनी ड्यूटी पर डटे हुए हैं.  इनमें स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस, बैंककर्मी समेत कई क्षेत्र के लोग हैं. इस लॉकडाउन में कुछ ऐसी तस्वीर सामने आ जाती है जो आपको भावुक कर देगी.

 इस तस्वीर में एक पुलिस इंस्पेक्टर जो अपने घर के बाहर  से ही पत्नी और बेटी को देखता है और उन्हें सब्जी और जरुरत का सामान देकर चला जाता है.  इस दौरान उनकी बेटी घर के दरवाजे पर खड़ी होकर उन्हें निहार रही है. 

यह तस्वीर  पटना के कदमकुंआ थाने के इंस्पेक्टर निशीकांत निशि की है. निशिकांत  15 दिनों से ज्यादा से दिन से अपने घर नहीं गए हैं. दिनभर की ड्यूटी के बाद संक्रमण के डर से वह घर नहीं जा रहे हैं और अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ ही रह रहे हैं. शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ. शुक्रवार को वे अपने निजी वाहन से जगदेव पथ स्थित अपने घर पहुंचते हैं और बाहर से ही कॉल कर अपनी पत्नी को दरवाजे पर बुलाते हैं. बाहर से ही सब्जी और जरूरत के कुछ सामान से भरा थैला वो अपनी पत्नी को थमा देते हैं.  इस दौरान पत्नी और बेटी दरवाजे पर ही खड़ी होकर उन्हें देखती है और उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. दरवाजे के बाहर से ही हो अपनी पत्नी और बेटी से हालचाल पूछते हैं और फिर ड्यूटी पर निकल जाते हैं. इस दौरान उनकी पत्नी उनसे चाय पीने के लिए बोलती है लेकिन वह नहीं पीते हैं और बोलते हैं कि लॉकडाउन के दौरान घर के अंदर रहकर तुम अपनी ड्यूटी कर रही हो वैसे ही मुझे बाहर जाकर ड्यूटी करना ह और  यह दूरी जरूरी है. इसके बाद वे वापस अपने ड्यूटी के लिए लौट जाते हैं.