PATNA :लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच पटना मेट्रो के निर्माण की कवायद शुरु हो गयी है। इस बीच पटना मेट्रो की प्लानिंग में कुछ बदलाव किए गये हैं। पटना मेट्रो के डिब्बे अब और चौड़े होंगे। पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक आनंद किशोर ने बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की है ताकि मेट्रो निर्माण का काम शुरू हो सके।
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का अलाइनमेंट बदलने के बाद दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने अब कोच का आकार बदलने का प्रस्ताव दिया है। पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक आनंद किशोर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से डीएमआरसी, एनएचएआई, पुल निर्माण निगम, वन विभाग सहित अन्य के साथ मेट्रो को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की है। बैठक में मेट्रो कोच की चौड़ाई 3200 MM किए जाने पर लगभग सहमति बन गई। डीपीआर में पहले 2900 MM चौड़ाई प्रस्तावित की गई थी। हालांकि आखिरी फैसला PMRCL की अगली बोर्ड मीटिंग में होगा।
वहीं आईएसबीटी के पास करीब चार हजार वर्गमीटर जमीन पर रिसीविंग सब स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। ताकि मेट्रो के लिए यहीं से इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई हो सके। यहां से ISBT से लेकर मीठापुर रूट तक के लिए मेट्रो को इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की जाएगी। आनंद किशोर ने कहा कि इस पर निर्णय 10 मई के बाद होने वाली बोर्ड बैठक में लिया जाएगा। मीटिंग का 22 एजेंडा तैयार किया गया है। उधर, विश्वेश्वरैया भवन में बन रहे अंडरग्राउंडपार्किंग के नीचे से मेट्रो गुजरेगी।
NH30 पर मेट्रो के अलाइनमेंट निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सहमति दे दी है। जीरो माइल पर मेट्रो जमीनी सतह से 12 मीटर तो रामकृष्णा नगर में 10 मीटर ऊपर दौड़ेगी। दानापुर छावनी क्षेत्र में प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय को पत्र भेजा जाएगा। जमीन अधिग्रहण का काम भी जल्द शुरू होगा। इसके लिए विशेष कोषांग के गठन के साथ ही उन्हें दो वाहन भी दिए जाएंगे।
पटना मेट्रो का अलाइनमेंट तय हो जाने के बाद आईएसबीटी पर मेट्रो का एलाइनमेंट सड़क के बीच में होगा। साथ ही पथ निर्माण विभाग द्वारा फ्लाइओवर निर्माण के लिए सड़क किनारे मौजूद अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण का निर्णय लिया गया। जीरो माइल पर फ्लाईओवर का एक्सटेंशन किया जाना है जिसकी वजह से मेट्रो यहां जमीन से 12 मीटर ऊपर चलेगी। वहीं रामकृष्णा नगर में अंडरपास की वजह से मेट्रो अलाइनमेंट सड़क से 10 मीटर ऊंचा होगा। अशोक राजपथ पर पीएमसीएच के पास मेट्रो एलाइनमेंट की स्वीकृति बीएमएसआईसीएल द्वारा दी गयी।