पटना में कोरोना संदिग्धों को ले जाने के नाम पर भाग खड़ा हुआ एंबुलेंस ड्राइवर, डीएम ने दी सख्त चेतावनी

पटना में कोरोना संदिग्धों को ले जाने के नाम पर भाग खड़ा हुआ एंबुलेंस ड्राइवर, डीएम ने दी सख्त चेतावनी

PATNA : खबर पटना से है जहां अब कोरोना का खौफ सिर चढ़ कर बोल रहा है। बिहार में शुक्रवार को एक भी पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं पाया गया लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से 3 अप्रैल की शाम को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक बिहार में अभी भी 29 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। सूबे के अंदर अब तक कुल 1973 सैंपल के जांच हुए हैं।  जिसमें 29 रिपोर्ट पॉजिटिव और 1940 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव पाए गए हैं। इन सब के बीच पटना में एबुंलेंस के ड्राइवर ने दो संदिग्ध मरीजों को एनएमसीएच पहुंचाने से इंकार कर दिया। अब इस पूरे मामले में पटना के डीएम ने रिपोर्ट तलब किया है।


दो दिन पहले जिले के पालीगंज के कोरोना में कोरोना के दो संदिग्ध मरीज पाए थे। पीएचसी में लाए जाने के बाद दोनों संदिग्धों को पटना के एनएमसीएच भेजा जाना था। लेकि न इस बीच एंबुलेंस ड्राइवर ने गाड़ी को ले जाने से इंकार कर दिया । ड्राइवर ने कह दिया कि उसे बीमारी का डर सता रहा है इसलिए वह मरीजों को लेकर नहीं जाएगा। इसके बाद घंटों मरीजों को भेजने के लिए इंतजार करना पड़ा । बाद में पीएचसी पर तैनात लेखापाल एंबुलेंस लेकर एनएमसीएच पहुंचा। इस घटना के बाद 102 एंबुलेंस सेवा से जुड़े ड्राइवर डरे हुए हैं। वह भी तरह-तरह के बहाना बनाने लगे हैं।


पूरे मामले को पटना के डीएम कुमार रवि ने गंभीरता से लेते हुए चेतावनी दी है कि यदि आपदा की घड़ी में वे इस प्रकार की मनमानी करेंगे तो मजबूरन ऐसे करने वालों पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा। साथ ही कड़ी कार्रवाई होगी। प्रशासन की ओर से सभी एंबुलेंस चालकों को निर्देश दिया गया है कि वे पीपी किट के साथ एंबुलेंस को संचालित करें। डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि वे अपने स्तर से पूरे एबुंलेंस सेवा की निगरानी करें।