पटना के पटेल नगर ग्राउंड जीरो पर पहुंची फर्स्ट बिहार की टीम, देर से जागा प्रशासन

पटना के पटेल नगर ग्राउंड जीरो पर पहुंची फर्स्ट बिहार की टीम, देर से जागा प्रशासन

PATNA : राजधानी पटना में कोरोना का कहर बढ़ते ही जा रहा है। पटना में लोगों के कोरोना वायरस से पॉजिटिव होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खाजपुरा में तबाही मचाने के बाद अब कोरोना ने डाकबंगला चौराहे पर भी दस्तक दे दी है।शुक्रवार को डाकबंगला चौराहा बैंक ऑफ बड़ौदा के एक सीनियर मैनेजर की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। वे खाजपुरा चेन से संक्रमित हुए। बैंक मैनेजर इस बैंक के चेस्ट हेड भी हैं। उनका परिवार यहां नहीं रहता है। वे पटेलनगर रोड नंबर 5 स्थित एक अपार्टमेंट में बैचलर रहते हैं। जब फर्स्ट बिहार की टीम पटना के पटेल नगर ग्राउंड जीरो पर शनिवार की सुबह पहुंची तो वहां सबकुछ ठीक नजर नहीं आया।


पटेल नगर में जब फर्स्ट बिहार की टीम के साथ संवाददाता गणेश सम्राट और आर्यन आनंद पहुंचे तो इस डेंजर जोन में सब कुछ ठीक नहीं दिखा। इलाके को सील जरूर कर दिया गया था लेकिन सुबह तक इलाके को सेनेटाईज नहीं किया गया था। और तो और इलाके में ट्रैफिक भी रुकने का नाम नहीं ले रही थी। गाड़ियां चलती दिख रही थी। आस-पास के रहने वाले लोगों को पहले तो कुछ पता नहीं था लेकिन प्रशासन की एक्टिविटी देख लोगों को अहसास हुआ कि कोरोना ने यहां पांव पसार लिया है। कोरोना पीड़ित मरीज बुधवार तक इस इलाके में मौजूद थे। बैंककर्मी पटेल नगर की इसी गली में रहते थे। गुरूवार से वे यहां नहीं आए हैं।


इस बीच स्थानीय वार्ड पार्षद भीम जी की पहल पर इलाके में दवा का छिड़काव शुरू किया गया। इस बीच नगर निगम की टीम भी मौके पर पहुंची है। पूरे इलाके को सेनेटाइज किया जाएगा। स्थानीय पार्षद की पहल पर घर से निकलने वाले लोगों को समझाया जा रहा है कि खुद और दूसरों की जान की परवाह करते हुए घर से बिल्कुल भी न निकलें।बताया जा रहा है कि तीन किलोमीटर के इलाके को सील किया गया है। अपार्टमेंट के अलावे आस-पास के इलाके को भी सेनेटाईज किया जाेगा। सेनेटाईज करने की प्रकिया फिलहाल बड़े पैमाने पर अभी नहीं शुरू हुई है।


इस बीच नगर निगम की पोल भी खुलती दिखी। सेनेटाइजर मशीन को चलानेवाला मौेके पर नहीं पहुंचा। सेनेटाइज करने का जिम्मा फिलहाल स्थानीय लोगो ने ही थाम रखा है।स्थानीय लोगो ने नाराजगी जताते हुए कहा कि निगम की तैयारी की पोल खुल रही है  अब बड़ा सवाल यही है कि क्या इसी तैयारी से हम कोरोना का मुकाबला कर सकते है। 


बता दें कि डाकबंगला चौराहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा का कैश कस्टोडियन शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। सीएमएस कंपनी के कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने के बाद चेस्ट में कार्यरत दो कर्मी बुधवार शाम खुद जांच कराने के लिए एम्स गए थे। इनमें से एक निगेटिव और एक पॉजिटिव पाया गया है। शनिवार और रविवार को बैंक बंद है। इन दो दिनों में बैंक के सभी कर्मियों की जांच कराई जाएगी। बैंक को सील नहीं किया गया है लेकिन उसकी तरफ आने-जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।


निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस क्षेत्र में भी किसी को भी आने-जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।यदि अन्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए जाते हैं तो बैंक सील होगा। बैंक के सीसीटीवी फुटेज से आने-जाने वाले लोगों की पहचान की जाएगी, ताकि कोरोना चेन को ब्रेक किया जा सके।