PATNA : पटना का आईजीआईएमएस और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान लॉकडाउन के बीच मरीजों की राह देख रहा है। बुलाने पर भी मरीज हॉस्पिटल नहीं आ रहे हैं। गंभीर बीमारियों के मरीज भी इलाज से करता रहे हैं। हालात ये है कि इन दोनों अस्पतालों में मरीजों की वेटिंग लिस्ट बढ़ती ही चली जा रही है।
पटना के आईजीआईएमएस में 450 से अधिक, जबकि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में करीब 200 ऐसे मरीज हैं। इनमें किसी को बाइपास सर्जरी करानी है तो किसी एंजियोप्लास्टी। किसी को एंजियोग्राफी करानी है तो किसी को पेसमेकर लगवाना या वॉल्ब बदलवाना है। लॉकडाउन के बाद से वेटिंग लिस्ट जस की तस बनी हुई है। इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में140 मरीजों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी, तो 55 की ओपन हार्ट सर्जरी होनी है। वहीं आईजीआईएमएस में 450 से अधिक मरीज ओपन हार्ट सर्जरी के लिए इंतजार कर रहे हैं।
इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के निदेशक डॉ. अरविंद कुमार बताते हैं कि जिन मरीजों को डेट दी गई थी, उनमें से कई से फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन सभी ने लॉकडाउन में आने में खुद को सक्षम नहीं बताया है। मरीज फोन पर दवा पूछ कर ही काम चला रहे हैं। डॉक्टरों का मानना है कि लॉकडाउन में मरीज इलाज कराने आते तो शायद वेटिंग लिस्ट कम हो जाती। लेकिन अब लिस्ट लंबी होती चली जा रही है।