पप्पू यादव के नामांकन के सवाल पर भड़के तेजस्वी, कहा- कौन-कहां से क्या कर रहा है हमको क्या पता?

पप्पू यादव के नामांकन के सवाल पर भड़के तेजस्वी, कहा- कौन-कहां से क्या कर रहा है हमको क्या पता?

PATNA : पूर्णिया लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी बीमा भारती ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके नॉमिनेशन में राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। पूर्णिया से पटना लौटने के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पूर्णिया का माहौल बहुत बढ़िया है।

 

जन अधिकार पार्टी का विलय कर कांग्रेस में शामिल होने वाले पप्पू यादव कल पूर्णिया सीट से अपना नामांकन करेंगे। पप्पू यादव को लेकर जब मीडिया ने सवाल किया तो तेजस्वी कहने लगे कि कौन कहां से क्या कर रहा है, हमको क्या पता! हम अपनी पार्टी और गठबंधन को देखेंगे। आज जो हमारे खिलाफ है वो बीजेपी के साथ है।


तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार में 17 साल से भाजपा और जेडीयू की सरकार है और केंद्र में 10 साल मोदी की सरकार है। पूर्णिया में पिछले सात चुनावों में बीजेपी के विधायक जीतते रहे हैं।  इसके बावजूद पूर्णिया का विकास नहीं हो सका। यहां के लिए इन लोगों ने कुछ भी नहीं किया। जबकि पूर्णिया की जनता ने एनडीए को प्रचंड बहुमत दिया था लेकिन आज तक यहां एक एयरपोर्ट तक नहीं बन सका। 


तेजस्वी ने वर्ष 2014 की बातें याद कराते हुए कहा कि जब पूर्णिया की धरती से वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि सरकार में आएंगे तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देंगे।  लेकिन अभी तक यह दर्जा नहीं मिला। अमित शाह जी का तो कहना ही नहीं है। उनको जानकारी का अभाव रहता है। पिछली बार पूर्णिया आए थे तो कहे थे कि एयरपोर्ट चालू हो गया है। पता नहीं हमने तो कोशिश की थी टिकट कराने की, लेकिन टिकट नहीं बन पाया। पता चला कि एयरपोर्ट चालू ही नहीं हुआ है। पता नहीं भाजपा के लोग इतना झूठ क्यों बोलते हैं।


तेजस्वी ने कहा कि इस बार स्थानीय मुद्दों पर चुनाव हो रहा है। जनता पूरी मजबूती के साथ हमारे साथ खड़ी है। 17 साल में जो नहीं हुआ वो हमने  महज 17 महीने में करके दिखा दिया। पांच लाख से ज्यादा किसी भी राज्य सरकार और भारत सरकार ने नौकरी नहीं दी।  हमने बिहार में ऐसा करके दिखाया। जब हमलोग आए, तब बिहार में पांच लाख नौकरी देने का काम किया। 


नौकरी देने का कमीटमेंट भी हमी लोगों का था।  जिसे हमने पूरा किया। हमने बिहार में जातीय सर्वे कराया।  आरक्षण की सीमा बढ़ायी, आंगनबाड़ी, ममता,आशा, जीविका, विकास मित्र और तालिमी मरकज का वेतन हमने बढ़ाया। जो साढ़े चार लाख नियोजित शिक्षक सड़कों पर आंदोलन कर रहे थे। उनको सरकारी कर्मी का दर्जा भी दिलाया।