PATNA: नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी राजनीति में उतरने जा रही है. शांभवी चौधरी को जमुई से लोजपा(रा) का टिकट मिल सकता है. चर्चा ये है कि चिराग पासवान और अशोक चौधरी के बीच इसकी डील पक्की हो गयी है. मजेदार बात ये है कि ये वही अशोक चौधरी हैं, जो पिछले कई सालों से चिराग को बुझाने की कोई कोशिश बाकी नहीं छोड़ी थी, अब उन्हें चिराग पासवान इनाम दे रहे हैं.
अशोक चौधरी के करीबी माने जाने वाले एक नेता ने बताया कि शांभवी को उम्मीदवार बनाने को लेकर बातचीत हो चुकी है. अशोक चौधरी कई दिनों से चिराग पासवान से संपर्क में थे. दरअसल चिराग खुद जमुई से सांसद थे. लेकिन इस दफे उन्होंने अपने पिता स्व. रामविलास पासवान की सीट हाजीपुर से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. भाजपा से हुए गठबंधन में चिराग पासवान के हिस्से जो पांच सीटें आयी हैं उनमें हाजीपुर के अलावा जमुई भी शामिल है. जमुई में शांभवी चौधरी चिराग पासवान की विरासत को संभालेंगी.
अशोक चौधरी को इनाम
बता दें कि अशोक चौधरी नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेताओं में से एक माने जाते रहे हैं. नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच के रिश्ते जगजाहिर हैं. अशोक चौधरी 2019 से ही अपने नेता के टारगेट पर निशाना लगाते रहे हैं. वे लंबे समय तक चिराग से संसदीय क्षेत्र जमुई के प्रभारी मंत्री रहे. उस दौरान अशोक चौधरी ने चिराग पासवान को परेशान करने की कोई कोशिश बाकी नहीं छोड़ी.
स्थानीय लोग बताते हैं कि जमुई में अशोक चौधरी के साथ साथ एक और मंत्री सुमित सिंह की जोड़ी का पहला एजेंडा था चिराग पासवान को डैमेज करना. लिहाजा चिराग की पार्टी को जमुई में तहस-नहस करने की पूरी कोशिश की गयी. बता दें कि जमुई के चकाई विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुमित सिंह निर्दलीय विधायक हैं. सियासी गलियारे में हर कोई ये जानता है कि नीतीश कुमार ने चिराग पासवान को डैमेज करने के लिए निर्दलीय सुमित सिंह को लगातार मंत्री बनाये रखा है. अशोक चौधरी और सुमित सिंह की गहरी दोस्ती भी जगजाहिर है.
वैसे आधिकारिक तौर पर शांभवी को लोजपा(रा) का टिकट मिलने की पुष्टि नहीं की गयी है. लेकिन लोजपा के सूत्र ही बता रहे हैं कि सब कुछ तय है. जमुई में लोजपा(रा) के एक नेता ने फर्स्ट बिहार को बताया कि अशोक चौधरी को टिकट मिलना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. अशोक चौधरी ने जमुई का प्रभारी मंत्री रहते लोजपा(रा) के हर नेता-कार्यकर्ता को परेशान किया. चिराग पासवान के सांसद फंड के काम तक में बाधा डाली गयी. अब अशोक चौधरी को इनाम मिलेगा तो पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच क्या मैसेज जायेगा.