ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना, डीएम ने पदाधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी की रद्द बिहार-झारखंड बॉर्डर के कई गांव में हाथियों का आतंक: 22 हाथियों के झुंड ने पहुंचाया फसलों को भारी नुकसान Bihar News: बिहार में पर्यटकों को अब यह विशेष सुविधा देगी सरकार, आजादी के साथ मिलेगा शानदार VVIP ट्रीटमेंट 200 रुपये देकर पप्पू यादव ने बच्चे से लगवाये नारे, मासूम बोला-पप्पू सर जिंदाबाद, पप्पू यादव जिंदाबाद Bihar News: बिहार के हजारों शिक्षकों को नए साल से पहले सरकार का गिफ्ट, होने जा रहा यह बड़ा काम 23 नवंबर को सहरसा से अमृतसर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी, रेलवे ने जारी किया पूरा रूट और टाइमिंग सरकार बनने के बाद 25 नवंबर को नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक, बड़े फैसलों की उम्मीद Bihar Minister List: सीएम सहित सभी मंत्रियों के बीच बंट गया विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय ने जारी की अधिसूचना Bihar News: बिहार में 'कैरावैन' से करिए सैर....एक सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा, 75 KM के लिए लगेंगे इतने हजार रू,जानें.... मिथिला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में हंगामा: भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों का उग्र प्रदर्शन, कई हिरासत में

नीतीश और उनके मंत्रियों की इमेज खराब कर रही केंद्र सरकार, जरूरत के मुताबिक नहीं मिलती मदद

1st Bihar Published by: Updated Sat, 19 Nov 2022 09:18:43 AM IST

नीतीश और उनके मंत्रियों की इमेज खराब कर रही केंद्र सरकार, जरूरत के मुताबिक नहीं मिलती मदद

- फ़ोटो

PATNA : बिहार सरकार के मंत्री ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। बिहार सरकार के मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी इमेज खराब कर रही है। दरअसल, बिहार में इन दिनों खाद की किल्लत चल रही है। जिसके बाद इस मसले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और बिहार में नीतीश कुमार की सरकार सामने - समाने हो गई है। 


बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने एक दैनिक अखबार से बातचीत करते हुए कहा कि, बिहार को केंद्र से जरूरत के मुताबिक खाद नहीं मिल रही। यूरिया की सबसे अधिक कमी है। 18 नवंबर तक केंद्र ने हमें सिर्फ 37 फीसदी यूरिया दिया है। इससे किसानों और गरीबों के बीच नीतीश सरकार की छवि खराब हो रही है। यह भाजपा के तरफ से जान बूझकर कर किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार के तरफ से खुद सभी 38 जिलों की समीक्षा की है। 1800 किसानों से ऑनलाइन बातचीत की गई है। ल्रेकिन, इसके बाबजूद कोई निराकरण नहीं किया गया है। जब समय हाथ से निकल जाएगा तब केंद्र के आवंटन का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। समय पर खाद नहीं देंगे तो किसानों की क्षति बढ़ेगी। राज्य की पैदावार प्रभावित होगी। खाद की कालाबाजारी बढ़ेगी। डीलर ही बाजार भाव पर बेचने लगेंगे और उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा। 


इस मुद्दे पर केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया का ट्वीट करते हुए कहा है कि  देश में कहीं भी खाद की कमी नहीं है खाद की कमी की जो भी खबरें चल रही हैं वे गलत और भ्रामक हैं। किसान किसी के भ्रम में न आए। खाद की पूरी आपूर्ति की जा रही है।