DESK : हाईकोर्ट आज इस मामले में फैसला सुनाएगा कि निर्भया के गुनहगारों को एक साथ फांसी दी जाए या अलग-अलग दी जाए. जिसके बाद दोषियों के फांसी पर संशय खत्म हो जाएगी.
केंद्र सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा गया था कि सभी दोषियों को अलग-अलग फांसी दी जा सकती है. जिस पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई होगी और यह दोषियों के फांसी पर संशय खत्म हो जाएगा.
सरकार के तरफ से दायर कि गई याचिका में कहा गया है कि जिन दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं, उन्हें फांसी पर लटकाया जा सकता है. दो फरवरी को केंद्र सरकार के वकील सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से ये भी कहा था कि निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के दोषी कानून के तहत मिली सजा के अमल में विलंब करने की सुनियोजित चाल चल रहे हैं.
गौरतलब है कि निर्भया के गुनहगार अपने आप को बचाने के लिए कई तरह के पैंतरा अपना चुके हैं. सभी ने खुद को बचाने के लिए अलग-अलग दया याचिका राष्ट्रपति के पास दायर कर रहे है. वहीं दोषियों के वकील ने केंद्र सरकार की याचिका पर ऐतराज जताया था.