PATNA: इंसान के शरीर का सबसे कोमल अंग आँखें होती हैं, इसलिए इनकी सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है। आंखें हमारे शरीर से अलग नहीं हैं इसलिए बीमारियों और जीवनशैली का सीधा प्रभाव हमारी आंखों पर पड़ता है। गर्मियों के कारण न सिर्फ हमारे शरीर की त्वचा बल्कि आंखों की सतह पर भी एलर्जी की समस्याएं तेजी बढ़ रही हैं। आंखों में लालिमा, चिपचिपाहट, खुजली होना, आंखों का गड़ना एवं पानी आना जैसी समस्याएं लेकर नवजात शिशु से लेकर बुजुर्ग तक आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण है हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम हो जाना।
पटना के राजेन्द्र नगर स्थित बीएसएल आई केयर अस्पताल के निदेशक और शहर के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ. हिमांशु कुमार ने कहा कि अपनी आंखों की वर्ष में एक बार जरूर जांच करवाएं, समय रहते बीमारियों की जांच एवं इलाज हो जाने से आंखों को पूरी तरह बचाया जा सकता है। जिन बच्चों की आंखों में समस्या है उनकी प्रत्येक 6 माह पर जांच करवाएं ताकि तेजी से पावर न बढ़े। अपनी आंखों के प्रति जागरुक रहें और जीवनशैली ठीक रखें।
डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर से पीड़ित मरीजों को सलाह देते हुए डॉ. हिमांशु कुमार कहते हैं कि डायबिटीज के मरीज में डायबिटिक रेटिनोपैथी होने की आशंका रहती है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो पीड़ित व्यक्ति की रेटिना को प्रभावित करती है। यह रेटिना को रक्त पहुंचाने वाली महीन नलिकाओं के क्षतिग्रस्त होने के कारण होता है। अगर इसका समय पर इलाज न कराया जाए तो व्यक्ति अंधा भी हो सकता है।वहीं ब्लड प्रेशर से पीड़ित मरीजों में भी आंखों का रेटिना खराब होने की आशंका बनी रहती है।यदि डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीज अपनी आंखों का ख्याल न रखें तो उनकी आंखों का पर्दा या रेटिना पूरी तरह खराब हो सकता है और इसे ठीक करने के लिए सर्जरी करनी पड़ सकती है।
डॉ. हिमांशु कुमार कहते हैं कि आंखों के पर्दा का इलाज उसके बीमारी के स्टेज के अनुसार किया जाता है। पहले हम इसे इंजेक्शन, लेज़र ट्रीटमेंट आदि से ठीक करते है लेकिन अंतिम स्टेज में सर्जरी ही एकमात्र विकल्प है। बीएसएल आई केयर पटना में आंखों के पर्दा यानी “रेटिना” की सफल सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। रेटिना से जुड़ी सर्जरी इस अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक की मदद से होती है ताकि किसी तरह की परेशानी मरीजों को नहीं हो। बीएसएल आई केयर अस्पताल में रेटिना सर्जरी की विश्व की नवीनतम और भारत का पहली “OERTLI OS4 inbuilt Endolaser” मशीन उपलब्ध है।
स्विटजरलैंड निर्मित यह मशीन रेटिना सर्जरी एवं आंखों की अन्य सर्जरी के लिए विश्व की सबसे अत्याधुनिक मशीन है। यह अप्रैल 2021 में लांच हुई थी। इसे पहली बार भारत में बीएसएल आई केयर द्वारा अक्टूबर 2021 में लाया गया था। अभी भी यह मशीन पूरे पूर्वी भारत की अपने तरह की एकमात्र मशीन है। इस अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक से रेटिना एवं आंखों के अन्य रोगों का इलाज होता है। बीएसएल आई केयर में आंखों की रूटीन जांच से लेकर मोतियाबिंद सर्जरी, ग्लूकोमा और रेटिना सर्जरी तथा विभिन्न तरह के लेजर ट्रीटमेंट की सुविधा उपलब्ध है। डॉ. हिमांशु कुमार के नेतृत्व में अन्य डॉक्टर इस अस्पताल में पिछले 14 वर्षों से मरीजों की सेवा कर रहे हैं।
डॉ. हिमांशु ने बताया कि बीएलएस आई केयर NABH सर्टिफायड अस्पताल है। यहां मरीज आयुष्मान भारत योजना, CGHS की सुविधा सहित सभी तरह के इंश्योरेंस की कैश-लेस सुविधाओं का लाभ उठा सकते है। आयुष्मान कार्ड धारकों का अस्पताल में इस योजना के अंतर्गत निःशुल्क इलाज हो रहा है। आयुष्मान कार्ड है तो मरीज बिना कोई रुपए खर्च किए ही यहां आंखों की सभी तरह की सर्जरी करवा सकता है।