शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..
1st Bihar Published by: Updated Tue, 31 Dec 2019 07:34:50 PM IST
- फ़ोटो
DELHI : अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है। केन्द्र सरकार ने रेल किरायों में बढ़ोतरी कर दी है। नये साल पर रेल यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ने जा रहा है। जनरल और स्लीपर क्लास में एक पैसा प्रति किलोमीटर का इजाफा किया गया है। एसी क्लास में चार पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गयी है। बढ़े हुए किराये एक जनवरी से लागू हो जाएंगे।
मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में सेकेंड क्लास के किराये में 2 पैसे, स्लीपर क्लास के किराये में 2 पैसे तथा फर्स्ट क्लास के किराये में 2 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। वहीं एसी क्लास में एसी चेयर कार के किराये में 4 पैसे, एसी-3 टीयर के लिए 4 पैसे, एसी-2 टीयर के किराये में 4 पैसे तथा एसी फर्स्ट क्लास के किराये में भी चार पैसे की बढ़ोतरी की गई है।
नॉन एसी सेकेंड क्लास के किराये में प्रति किलोमीटर 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। स्लीपर क्लास के लिए भी किराये में 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। जबकि फर्स्ट क्लास के किराये में 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।किराया में बढ़ोतरी का असर खासकर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों पर पड़ेगा।
बता दें कि रेलवे ने कई सालों से यात्री किराये में इजाफा नहीं किया है। पिछले साल संसद की एक समिति ने सिफारिश की थी कि रेलवे को निश्चित अवधि में रेल यात्री किराये की समीक्षा करनी चाहिए। भारतीय रेलवे की कमाई 10 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। रेलवे को 100 रुपये कमाने के लिए 98.44 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।