DESK : साल भारत में कोरोना के चौथे लहर के बड़े खतरे को दस्तक देता हुआ नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अगले 40 दिन कोरोना संक्रमण के लिहाज से काफी गंभीर हो सकते हैं। भारत में सबसे बड़ा खतरा दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों से है। ऐसे में करोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने कुछ सख्त कदम भी उठाए हैं। इसी कड़ी में 1 जनवरी 2023 यानी आज से भारत में इंटरनेशनल ट्रैवल को लेकर एयर सुविधा लागू कर दी गई है।
दरअसल, भारत में चीन समेत 6 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। यानी उन्हें यात्रा करने से पहले अपनी नेगेटिव रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी तभी उन्हें भारत में प्रवेश दिया जाएगा। यदि कोई भी विदेशी यात्री ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें भारत में एंट्री नहीं मिलेगी। भारत सरकार ने जिन देशों के यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट निर्माण किया है उसमें चीन, हांगकांग, जापान साउथ कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड शामिल है।
इसके अलावा कुछ राज्यों ने भी अपने स्तर से विदेशी यात्रियों के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बिहार सरकार और कर्नाटक सरकार का नाम भी शामिल है। बिहार में नए साल से आने वाले विदेशी यात्रियों को एयरपोर्ट पर अपना को भी टेस्ट करवाना होगा या फिर उन्हें हाल का आरटी पीसीआर नेगेटिव टेस्ट दिखाना अनिवार्य होगा। वही कर्नाटक सरकार ने गाइडलाइन जारी कर कहा है कि हाय रिक्शा वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आगमन के समय से 7 दिनों तक होम रहना होगा।
कोरोना विस्फोट ने वैज्ञानिकों को नए सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है वैज्ञानिक के अनुमान लगाने में जुटे हैं कि भारत कोरोना के पहुंचने में की टाइमिंग क्या हो सकती है। क्योंकि, इससे पहले चीन से कोरोना की पहली लहर को आने में 7 महीने का वक्त लगा था। लेकिन, कोरोना का नया वैरिएंट बीएफ-7 पीछले वेरिएंट की तुलना में 15 गुना तेजी से संक्रमण फैलता है। इसलिए भारत में इसके तेजी से फैलने के आसार हैं।