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1st Bihar Published by: Updated Thu, 16 Apr 2020 08:31:05 AM IST
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NAWADA: एक विधवा महिला की बीमारी के कारण मौत हो गई. लेकिन कोरोना के डर से उसके घर न तो पड़ोसी पहुंचे और न ही रिश्तेदार. अंतिम संस्कार के लिए कोई सामने नहीं आया. जब इसकी जानकारी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लगी तो वह सामने आए. वह मामला नवादा के हिसुआ की है.
10 साल की बच्ची ने दी मुखाग्नि
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सभी तैयारी पूरी की. जिसके बाद अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान महिला की 10 साल की बेटी ने मां को मुखाग्नि दी. जिस महिला की मौत हुई उससे पति की कई साल पहले ही मौत हो चुकी थी. वह 10 साल की बेटी के साथ घर में रहती थी. मृतका रेखा भदानी की दो माह से तबीयत खराब थी. लेकिन आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह इलाज करा सके. उसके बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ही तीन दिन पहले हॉस्पिटल में भर्ती कराया था.
अनाथ बच्ची को गोद लेगा बजरंग दल
मां की मौत के बाद बच्ची का अब कोई नहीं है. ऐसे में वह कैसे रहेगी इसको लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आपस में चर्चा की और उसे गोद लेने का फैसला किया. बच्ची के भरण-पोषण से लेकर पढ़ाई तक की जिम्मेदारी दल उठाएगा. बच्ची को बोर्डिंग स्कूल भेजा जाएगा. घटना की सूचना के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी ने वरीय पदाधिकारी के समक्ष बात रखकर परिवारिक लाभ के तहत मिलने वाली सहायता राशि दिलवाने का आश्वासन दिया है.