मुजफ्फरपुर: पशु व्यवसायी से लूट का आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, कैश भी बरामद सरैया बाजार से अयोध्या के लिए 17वां जत्था रवाना, अजय सिंह का हुआ जोरदार स्वागत Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला बड़हरा में माई-बहन सम्मान योजना को मिला जबरदस्त समर्थन, 50 हज़ार से अधिक फॉर्म जमा Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत Bihar Politics: बिहार में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मामला, BJP एमएलए से EOU ने तीन घंटे तक की पूछताछ; अब JDU विधायक की बारी Bihar Politics: बिहार में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मामला, BJP एमएलए से EOU ने तीन घंटे तक की पूछताछ; अब JDU विधायक की बारी मोतिहारी के इन सरकारी स्कूलों में 'चवन्नी' का काम नहीं और BSEIDC से करोड़ों की अवैध निकासी ! खुलासे के बाद भी भुगतान को लेकर 'पटना' भेजी जा रही सैकड़ों फाइल
1st Bihar Published by: Updated Fri, 20 May 2022 05:24:55 PM IST
- फ़ोटो
DESK: पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पटियाला की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने रोड रेज के 34 साल पुराने मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है। इसी मामले में सिद्धू आज पटियाला की एक कोर्ट में पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष सरेंडर कर दिया।
कानूनी प्रक्रिया और मेडिकल जांच के बाद सिद्धू को पटियाला जेल भेज दिया जाएगा। नवतेज सिंह चीमा समेत पार्टी के कुछ नेताओं के साथ नवजोत सिंह सिद्धू जिला जज की कोर्ट में पहुंचे थे। कोर्ट में पहुंचते ही सिद्धू ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के सामने सरेंडर कर दिया। जहां से उन्हें मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया।
सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट से सरेंडर के लिए समय देने की गुजारिश की थी लेकिन फिलहाल सुप्रीम कोर्ट से उन्हें कोई राहत नहीं मिली है। उन्होंने कोर्ट से अपनी शराब सेहत का हवाला देते हुए समय की मांग की है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोड रेज के मामले में एक साल की सजा सुनाई थी।
बता दें कि साल 1988 में सिद्धू का पार्किंग को लेकर एक बुजुर्ग के साथ झगड़ा हुआ था। हाथापाई के दौरान सिद्धू ने बुजुर्ग को घूसा मार दिया था। जिसके बाद बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है।