नाराज उपेंद्र कुशवाहा मान गये: BJP ने दिया नया ऑफर, अब NDA नहीं छोड़ेंगे

नाराज उपेंद्र कुशवाहा मान गये: BJP ने दिया नया ऑफर, अब NDA नहीं छोड़ेंगे

DELHI: एनडीए में सीट शेयरिंग से नाराज उपेंद्र कुशवाहा मान गये हैं. दरअसल बीजेपी ने उन्हें सिर्फ एक सीट दिया है. इससे नाराज होकर उपेंद्र कुशवाहा खामोश बैठ गये थे. आज बीजेपी ने उन्हें नया ऑफर दिया. इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार की 40 सीटों पर एनडीए की जीत के लिए पूरा जोर लगाने का एलान कर दिया है.


नाराज कुशवाहा कैसे माने?

मामले को शुरू से समझिये. उपेंद्र कुशवाहा ने जब नीतीश कुमार की पार्टी को छोड़ कर अलग पार्टी बनायी थी तो उससे पहले बीजेपी से बात की थी. खुद अमित शाह ने उन्हें लोकसभा चुनाव में तीन सीट देने का भरोसा दिलाया था. लेकिन पूरा मामला तब बदल गया जब नीतीश कुमार ही फिर से बीजेपी के साथ चले आये. इस बीच बीजेपी ने कुशवाहा जाते से आने वाले सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बना दिया. इन तमाम घटनाक्रम का नतीजा ये हुआ कि बीजेपी के लिए उपेंद्र कुशवाहा का महत्व कम हो गया. 


पिछले महीने जब बीजेपी ने बिहार के अपने सहयोगियों से बात करनी शुरू की तो उपेंद्र कुशवाहा को सिर्फ एक सीट देने का ऑफर दिया गया. कुशवाहा बीजेपी से दो सीट देने की गुहार लगाते रहे लेकिन उसका असर नहीं हुआ. 18 मार्च तक कुशवाहा को उम्मीद थी कि उन्हें बीजेपी दो सीट देगी. लेकिन उनकी मांग को खारिज कर 18 मार्च को ही साझा प्रेस कांफ्रेस में सीटों बंटवारे का एलान कर दिया गया. नाराज उपेंद्र कुशवाहा ने उस प्रेस कांफ्रेस में अपनी पार्टी के किसी नेता को नहीं भेजा.


विनोद तावड़े ने मनाया

मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े उपेंद्र कुशवाहा के घऱ पहुंच गये. दोनों के बीच बातचीत में उपेंद्र कुशवाहा को नया ऑफर दिया गया. इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा माने. उन्होंने सोशल मीडिया पर आकर कहा कि अब वे बिहार की सभी सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए काम करेंगे.


क्या मिला ऑफर?

बीजेपी सूत्रों ने बताया कि उपेंद्र कुशवाहा को बिहार में विधान परिषद की एक सीट और मंत्री पद देने का भरोसा दिलाया गया है. कुशवाहा को बताया गया है कि लोकसभा चुनाव में कम से कम दो विधानपार्षद चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उनके सांसद बनने के बाद विधान परिषद की सीट खाली होगी. उस सीट पर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के किसी व्यक्ति को विधान परिषद भेजा जायेगा. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के उस नेता को मंत्री पद  भी दिया जायेगा. बीजेपी के इसी ऑफर के बाद कुशवाहा माने हैं.