NALANDA : तबलीगी मरकज से जुड़े लोगों ने नालंदा जिले में दिल्ली के निजामुद्दीन जैसा मिलता जुलता कांड कर डाला है। कोरोना संक्रमण के बीच बिहारशरीफ की एक मस्जिद में तबलीगी मरकज का आयोजन किया गया था। इस बात का खुलासा जिला प्रशासन की छानबीन में हुआ है। हालांकि जिले के अधिकारी इस पर कुछ भी साफ करने से बच रहे हैं लेकिन नालंदा जिला प्रशासन ने इसकी जानकारी मिलने के बाद राज्य सरकार को 12 अप्रैल को एक अलर्ट भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि बिहारशरीफ की एक बड़ी मस्जिद में तबलीगी मरकज का आयोजन किया गया था। 14 और 15 मार्च को मरकज में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। तकरीबन 640 लोगों के शामिल होने की जानकारी दी गई है। सबसे खास बात यह है कि इस मरकज में केवल नालंदा जिले के ही नहीं अन्य जिलों से आए लोग भी शामिल हुए थे। जिला प्रशासन को इसके बारे में जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।
बिहारशरीफ को मरकज से जुड़े लोगों का बड़ा केंद्र माना जाता रहा है। नालंदा जिला के लगभग 70 फ़ीसदी मुसलमान तबलीगी मरकज से जुड़े हुए हैं। अब सरकार इस बात का पता लगाने में जुटी हुई है कि मरकज में शामिल होने वाले लोग किन जिलों से आए थे और उनमें संक्रमण का लेवल क्या है।