मां की भूख मिटाने के लिए बेटे ने की चोरी, जज साहब ने जेल भेजने के बजाए घर भिजवाया राशन

मां की भूख मिटाने के लिए बेटे ने की चोरी, जज साहब ने जेल भेजने के बजाए घर भिजवाया राशन

NALNDA: लॉकडाउन में मां की भूख से परेशान एक नाबालिग बच्चे ने अनाज की चोरी कर ली. चोरी के आरोप में पुलिस ने बच्चे को गिरफ्तार किया और उससे कोर्ट में पेश किया. पेशी के दौरान बच्चे ने जज साहब से बताया कि घर में खाने का अनाज नहीं था और मां भूख से तड़प रही थी. जिसके कारण उसने चोरी किया है. जिसके बाद जज साहब ने उस सजा देने के बदले पुलिस को उसके घर पर राशन भेजने का आदेश दिया. यह मामला नालंदा जिले के बिहारशरीफ का है. 

पुलिस ने किशोर न्याय परिषद के प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी मानवेंद्र मिश्र के कोर्ट में पेश किया था. जज साहब ने बच्चे को रिहा कर दिया. इस दौरान आदेश दिया कि इस बच्चे को अनाज, कपड़े के साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए. जिसके बाद पुलिसकर्मी बच्चे को खुद कोर्ट से लेकर उसके घर पहुंचाए और राशन भी पहुंचाया. साथ ही प्रत्येक चार माह पर किशोर से संबंधित प्रगति रिपोर्ट किशोर न्याय परिषद को सौपने को कहा है. 

मां विक्षिप्त और पिता की हो चुकी है मौत

बच्चे के पिता कई साल पहले ही मौत हो चुकी है. उसकी मां विक्षिप्त है. उसका छोटा भाई है, लेकिन घर में कमाने वाला कोई नहीं है. झोपड़ी में परिवार रहता है. यहां तक मां दैनिक क्रिया-क्रम के लिए भी वह अपने बेटे पर निर्भर है. जज साहब ने इसको लेकर इस्लामपुर बीडीओ को लेटर लिखकर आदेश दिया कि बच्चे को सरकारी योजनाओं का लाभ तुरंत दिया जाए. उसको राशन, इंदिरा आवास, उसकी मां को विधवा पेंशन और बच्चे को पढ़ाने की व्यवस्था करें. इसके साथ ही उसका बैंक में खाता खुलावाया जाए. राशन कार्ड, वोटर कार्ड, आधार कार्ड, आवासीय प्रमाण पत्र समेत जरूरत के कागजात बनावाया जाए.