BAGAHA : बगहा से आयी तस्वीरों के देख चौंक जाएंगे आप। सोचने को मजबूर हो जाएंगे कहीं इस नाव से कोरोना तो सफर कर नहीं आ रहा है। हम ऐसा बोलने को मजबूर हैं क्योंकि ओवलोडेड नाव पर सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन की तमाम परिभाषाएं टूट रही हैं।
जिले में लॉकडाउन के आदेश को ताख पर रखकर धड़ल्ले से गंडक नदी में नाव का परिचालन हो रहा है। पाबंदी के बाद भी गंडक नदी में न सिर्फ नाव चल रही है बल्कि नाव पर खुलेआम ओवरलोडिंग की जा रही है। नाव पर इस ओवरलोडिंग से बीच नदी में सोशल डिस्टेंसिंग के तमाम नियम कानून टूट रहे हैं। लोग भेड़-बकरियों की तरह नाव पर सवार हैं। एक नाव पर इतनी भीड़ की इसे देख कर आप अपना सिर पीट लेंगे।
नाव पर जितने लोग जुटे हैं तो उससे सबसे पहला खतरा तो ओवरलोडिंग नाव के डूबने का खतरा है। अगर ओवरलोडिंग से बच गये तो कोरोना नहीं छोड़ेगा। खुदा ना ख्वास्ता लोग एक दूसरे से इतने नजदीक है कि अगर कोई एक संदिग्ध शख्स सभी में कोरोना फैला दे। हम ऐसा यूं ही नहीं कह रहें। आखिर पूरा देश ही नहीं पूरा विश्व कोरोना की महामारी से जूझ रहा है। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ा कर पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश के अंदर कोरोना को बांधे रखा है। दूसरे बड़े देशों की तुलना में भारत में कोरोना कंट्रोल है।
लेकिन बगहा की तस्वीर भयावह है। डराने वाली है। लोग जिस तरह के खुलेआम नियम कानूनों की धज्जियां उड़ा रहे हैं वैसे में तो सारे प्रयास व्यर्थ चले जाएंगे। बगहा के दीनदयाल नगर घाट पर जिस तरह से सैकड़ों की संख्या में लोग गंडक नदी के आर-पार जा रहे हैं वैसे से प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट तौर पर उजागर हो रही है।वहीं दूसरी छोर पर उत्तर प्रदेश का इलाका है। इस रास्ते का इस्तेमाल कर बाहर से लोगों का आना भी जारी है। बगहा थाना से चंद मील दूर धड़ल्ले से सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ रही है पुलिस और प्रशासन तमाशबीन बना हुआ है।