DESK : लोकसभा चुनाव- 2024 में NDA के बहुमत हासिल करने में कामयाब होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई सरकार के गठन की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। इसके बाद 7 जून को मोदी नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और 8 जून को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा। एनडीए की सरकार के लिए मोदी की अध्यक्षता में गठबंधन नेताओं के बीच बैठक भी हो चुकी है।
वहीं, विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने कहा है कि वह ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से मुक्ति की लोगों की इच्छा पूरी करने’’ के लिए उचित समय पर उचित कदम उठाएगा। चुनाव परिणामों में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने के एक दिन बाद, सत्तारूढ़ और विपक्षी गठबंधनों ने शाम को क्रमश: प्रधानमंत्री आवास और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठकें कीं हैं।
इसके साथ ही 8 जून को प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसके लिए श्रीलंका और बांग्लादेश सहित कई पड़ोसी देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। सूत्रों ने बताया कि मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किए जाने वाले विदेशी नेताओं में बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और मॉरीशस के शीर्ष नेता शामिल हो सकते हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय के मीडिया प्रभाग ने बताया कि मोदी ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है। विक्रमसिंघे ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और उन्होंने मोदी को मिली चुनावी जीत पर फोन के जरिये उन्हें बधाई भी दी है। मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी फोन पर बातचीत की है।
उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने पूर्व सहयोगी अन्नाद्रमुक पर कटाक्ष करते हुए दावा किया है कि हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में उसका तीसरे स्थान पर आना और कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में भगवा पार्टी से भी पीछे रहना भाजपा के बारे में विनम्रता से बात नहीं करने का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भाजपा भले ही एक भी सीट नहीं जीत पाई, लेकिन उसका मत प्रतिशत बढ़ा है। अन्नामलाई ने कहा कि पार्टी वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी।