महागठबंधन की रैली में भड़के नीतीश, बोले... कैसे आए हो जी? अपनी बात मत कहो मेरी सुनो

महागठबंधन की रैली में भड़के नीतीश, बोले... कैसे आए हो जी? अपनी बात मत कहो मेरी सुनो

PURNEA: पूर्णिया की रैली में महागठबंधन के सभी सात दलों के बड़े नेता शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबोधन कर रहे थे भाषण के दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों ने हंगामा करने लगे. तभी CM नीतीश कुमार की नजर उन पर पड़ी और और पूछने लगे ये कौन है? जब उन्हें बताया गया कि ये लोग शिक्षक अभ्यर्थी हैं. तो नीतीश कुमार भड़क गए और बोलने लगे कौन आप लोगों को गलत चीज बता रहा है? बीच भाषण में आप लोग रोक रहे है. आपको मालूम है कितने शिक्षकों की बहाली हुई और कितने की बहाली करने वाले हैं. बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी, चिंता मत करो. आज जिसको जितना हम वेतन दे रहे हैं उससे भी ज्यादा बढ़ाने वाले हैं. इसलिए चिंता मत करो. हम बात कर रहे हैं सुनोगे नहीं. कुछ लोग समझा देता है कि बोलते रहो तो बोलते हो. यह गलत बात है पता ही नहीं है तुम लोगों को, इसलिए यह शब्द मत बोलो.


महागठबंधन की यह रैली पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में हुई. रैली के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह ऐलान कर दिया है कि बिहार में भारी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी. यही नहीं पहले से जो शिक्षक काम कर रहे हैं उनकी सैलरी भी बढ़ाई जाएगी. 


पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित महागठबंधन की रैली में लोगों की भारी भीड़ देखी गयी. रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी, पीएम मोदी और अमित शाह पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी में केवल दो ही नेता हैं. जब महागठबंधन अलग बना था तब दिल्ली से आकर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार आकर भाषण दिया था और क्या-क्या बोले थे सब जानते हैं. आज फिर कही और भाषण दे रहे हैं.अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा कि जरा बताइए इन्हें क्या अनुभव है? 


नीतीश ने कहा कि ये लोग अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते है। हर चीज पर कब्जा जमाए बैठे हैं. मीडिया पर भी इन्ही का कब्जा है. बिहार में विकास का कोई काम नहीं किया लेकिन बोलते रहते हैं कि हमने बिहार के लिए बहुत काम किया. अभी तक केंद्र सरकार की ओर से 8 साल में बिहार को मात्र 59 लाख करोड़ रुपये दिये गये. जबकि 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये की मदद की बात कही गयी थी. बिहार को केंद्र से जितनी मदद मिलने चाहिए थी उतनी नहीं मिली. बीजेपी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। जो घोषणा करते हैं वो नहीं करते हैं. खैर कोई बात नहीं बिहार के विकास के लिए हम तत्पर हैं. रात दिन हमलोग काम करते रहते हैं. विकास का काम तो चलता रहेगा लेकिन हर काम की देखरेख का काम भी जारी रहेगा. कराए गये काम का मेंटेनेंस बहुत जरूरी है उसे भी किया जा रहा है.