महागठबंधन में सीट बंटवारा फाइनल, 9 सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी चुनाव; RJD में खाते में गई पूर्णिया और सुपौल सीट

महागठबंधन में सीट बंटवारा फाइनल, 9 सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी चुनाव; RJD में खाते में गई पूर्णिया और सुपौल सीट

PATNA : लोकसभा सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन बात फाइनल हो चुकी है। शुक्रवार को सीट बंटवारे का एलान कर दिया गया। राष्ट्रीय जनता दल की ओर से इस संवाददाता सम्मेलन में सीट का एलान कर दिया है  कांग्रेस  को 9 सीट देने की बात कही गई। महागठबंधन में वामदलों में भाकपा को एक सीट बेगूसराय व माकपा को एक सीट खगड़िया दिए जाने पर सहमति बनी है। जबकि, भाकपा माले को तीन सीट नालंदा, आरा व काराकाट दिए जाने को लेकर भी अंतिम सहमति बन चुकी है।


बिहार में कांग्रेस 9सीटों पर चुनाव मैदान में किस्मत आजमाएगी जिसमें  कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, पटना साहिब, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सासाराम, समस्तीपुर, महाराजगंज लोकसभा सीट शामिल है। वहीं, पूर्णिया और सुपौल सीट को लेकर जो चर्चा चल रही थी वो भी खत्म हो गया है , ये दोनों सीट राजद के खाते में गई है। मतलब साफ़ है कि पप्पू यादव का पत्ता साफ़ हो चूका है। क्योंकि सुपौल सीट भी कांग्रेस के खाते में नहीं गई है, ऐसे में पप्पू यादव यहां से भी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं और तो और मधेपुरा सीट भी कांग्रेस के खाते में नहीं आई है।


वहीं, बिहार विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल करने वाली राजद 26 लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में हैं। राजद इस दफे गया, नवादा, जहानाबाद, औरंगाबाद, बक्सर, पाटलिपुत्र, मुंगेर, जमुई, मुंगेर, बाल्मीकि नगर,पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, सारण, सिवान,गोपालगंज, उजियारपुर, दरभंगा, मधुबनी, झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया और हाजीपुर सीट पर चुनाव लड़ेगी। 


यदि हम लोकसभा चुनाव को लेकर जारी डेट के हिसाब से बात करें तो पहले चरण  के चुनाव में सिर्फ राजद के कैंडिडेट होंगे और इन्होंने अपना नामांकन भी करवा लिया है। पहले चरण की सभी सीटें मतलब औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई (एससी) राजद के खाते में गई है।  जबकि दूसरे फेज में राजद के सिर्फ दो कैंडिडेट होंगे बाकी तीन कैंडिडेट कांग्रेस के होंगे।  इस चरण में किशनगंज- कांग्रेस, कटिहार- कांग्रेस, पूर्णिया-आरजेडी, भागलपुर- कांग्रेस, बांका-आरजेडी के खाते में गई है। 


उसी तरह तीसरे चरण में झंझारपुर- आरजेडी, सुपौल-आरजेडी, अररिया-आरजेडी, मधेपुरा-आरजेडी और खगड़िया- सीपीएम के कैंडिडेट मैदान में होंगे। जबकि चौथे चरण में मुंगेर-आरजेडी,उजियारपुर-आरजेडी, समस्तीपुर (एससी)- कांग्रेस, बेगूसराय-सीपीआई, दरभंगा-आरजेडी  के नेता मैदान में होंगे। इसके बाद पांचवा चरण सीतामढ़ी-आरजेडी, मधुबनी-आरजेडी, मुजफ्फरपुर-कांग्रेस, सारण-आरजेडी,  हाजीपुर (एससी)-आरजेडी के कैंडिडेट होगे। 


वहीं, अंतिम के दो चरण छठे और सातवें चरण में छठे चरण के वाल्मीकि नगर - राजद, पश्चिम चंपारण-कांग्रेस,पूर्वी चंपारण-आरजेडी, शिवहर-आरजेडी, वैशाली-आरजेडी, गोपालगंज (एससी)-आरजेडी, सिवान-आरजेडी, महाराजगंज- कांग्रेस  और अतिमं चरण यानी सातवें चरण में नालंदा- सीपीआई माले, पटना साहिब- कांग्रेस, पाटिलपुत्र-आरजेडी, आरा-  सीपीआई माले, बक्सर-आरजेडी, सासाराम (एससी)- कांग्रेस, काराकाट- सीपीआई माले और जहानाबाद-आरजेडी के कैंडिडेट मैदान में होंगे।


आपको बताते चलें कि, इससे पहले आरजेडी करीब दर्जनभर सीटों पर अपने प्रत्याशियों को पार्टी सिंबल दे चुकी है। जिसको लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने विरोध भी दर्ज कराया था। हालांकि अब हालात कंट्रोल में हैं। पहले चरण में जिन सीटों पर वोटिंग हैं। उनमें जमुई, नवादा, गया और औरंगाबाद शामिल हैं। जिन पर राजद ने  प्रत्याशियों को पार्टी सिंबल दे दिया है। इसके अलावा बांका और मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से भी प्रत्याशी उतार दिए हैं।