MADHEPURA : पुलिस सप्ताह के आखिरी दिन मधेपुरा में ब्लड डोनेशन का कैंप लगाया गया. लेकिन रक्तदान शिविर में जो हुआ, उसे आप पुलिस की नौटंकी ही कहेंगे. दरअसल सिंहेश्वर स्थित पुलिस लाइन में रेडक्रॉस सोसायटी की सहभागिता से रक्तदान शिविर लगाया गया, जिसमें सार्जेंट महेश नारायण ने दावा किया कि जिले के 5 पुलिसकर्मियों ने रक्तदान किया है. लेकिन जब ब्लड बैंक प्रभारी राजकुमार ने खुलासा किया तो सबके होश उड़ गए. पुलिसवालों ने महादान के नाम पर महामाजक बना कर रख दिया. क्योंकि ब्लड बैंक प्रभारी ने कहा कि सार्जेंट का दावा झूठा है. ब्लड डोनेशन कैंप में 5 नहीं बल्कि मात्र एक सिपाही ने रक्तदान किया.
शनिवार को पुलिस सप्ताह का आखिरी दिन था. इस खास मौके पर मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर स्थित आरक्षी केंद्र में रेडक्रॉस सोसायटी की सहभागिता से ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया. सार्जेंट महेश नारायण ने कहा कि शिविर में उनके 5 पुलिसवालों ने रक्तदान किया. लेकिन सार्जेंट को झूठा बताते हुए ब्लड बैंक प्रभारी राजकुमार ने खुलासा किया कि 5 नहीं सिर्फ और सिर्फ एक पुलिसवाले ने रक्तदान किया.
ब्लड डोनेशन कार्यक्रम के उद्घाटन के समय मधेपुरा के एसपी योगेंद्र कुमार ने रक्तदान की इच्छा व्यक्त की लेकिन वो भी रक्तदान नहीं कर पाएं. क्योंकि उनका हीमोग्लोबिन लेबल कम था. उन्होंने रक्तदान की जिद की लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया. लिहाजा पुलिस कप्तान भी रक्तदान से वंचित रह गए. उन्हें हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए फलाहार की सलाह दी गई.
एसपी के बाद जब पुलिस अफसरों और सिपाहियों की बारी आई तो हद ही हो गया. दरअसल जब वे रक्तदान के लिए आगे आएं तो उनमें से कई पुलिसकर्मी मधुमेह यानि शुगर और ब्लड प्रेशर के भी मरीजनिकले. लिहाजा वे पुलिसकर्मी भी रक्तदान नहीं कर पाए. इस वक्त जिले में कुल 715 से 720 पुलिसकर्मी हैं. जबकि पुलिस लाइन में 70 पुलिसकर्मी रहते हैं. शिविर में मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि एसपी ने जब शिविर का उद्घाटन किया तो उसी समय एक सिपाही ने रक्तदान किया.
सदर अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी राजकुमार पूरी ने बताया कि आरक्षी केंद्र में लगे रक्तदान शिविर में एकमात्र पुलिसकर्मी सदाशिव शंभू ने रक्तदान किया. जबकि सार्जेंट महेश नारायण ने बताया कि 5 पुलिसकर्मियों ने रक्तदान किया. ये बात गलत है. उन्होंने बताया कि कई पुलिसकर्मी ड्यूटी पर चले गए थे. इस कारण से अधिक संख्या में रक्तदान नहीं हो सका. बताया जा रहा है कि पिछले साल पुलिस सप्ताह में 16 यूनिट रक्तदान हुआ था.
इस दौरान पुलिस कर्मियों को संबोधित करते हुए एसपी ने रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना की जरूरत बताते हुए कहा कि एक समय था जब दुनिया विश्व युद्ध से जूझ रही थी. एक देश दूसरे देश के घायल हुए सैनिकों का इलाज नहीं कर रहा था. उसी समय रेडक्रॉस सोसायटी की जरूरत महसूस की गई.जिस मानवता की जरूरत महसूस की गई उसी को लेकर रेडक्रॉस की स्थापना हुई.