मां ब्लड सेंटर का एक साल बेमिसाल कार्यक्रम: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर हुए शामिल, सुशील मोदी भी रहे मौजूद, लोगों से संस्था से जुड़ने की अपील

मां ब्लड सेंटर का एक साल बेमिसाल कार्यक्रम: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर हुए शामिल, सुशील मोदी भी रहे मौजूद, लोगों से संस्था से जुड़ने की अपील

PATNA:  मां ब्लड सेंटर के एक साल पूरे होने पर पटना के दरियापुर में 'एक साल बेमिसाल' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने किया। इस मौके पर राज्यसभा सांसद व बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का आयोजन मां वैष्णों देवी सेवा समिति परिवार की ओर से की गयी। इस दौरान लोगों को इस संस्था से जुड़ने और रक्तदान के लिए हमेशा आगे आने की बात कही गयी और यह भी बताया गया कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। 


मां वैष्णो देवी सेवा समिति के इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने बताया कि मां ब्लड सेंटर के एक साल बेमिसाल कार्यक्रम में 27 फरवरी को शामिल होना था। लेकिन उस दिन बिहार विधानसभा सत्र की शुरुआत हो रही है जिसमें उन्हें रहना होगा और शाम में दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल होने जाना है। इसलिए यह संभव नहीं हो पा रहा था कि सोमवार को इस कार्यक्रम में शामिल हो पाए। लेकिन बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने बताया कि 27 फरवरी के शेड्यूल को देखते हुए मां वैष्णो देवी सेवा समिति ने इस कार्यक्रम को एक दिन पहले 26 फरवरी को रखा है। जिसके बाद आज इस कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। 


महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने बताया कि हम सभी एक अच्छे भाव से ऐसे संगठन से जुड़ेगे तो मुझे लगता कि इससे बड़ा कोई काम नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि वे रेड क्रांस सोसाइटी के अध्यक्ष हैं। रेड क्रांस सोसाइटी के माध्यम से ऐसे बहुत सारे काम कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे प्रदेश में भी उन्होंने रेड क्रांस सोसाइटी के माध्यम से कई काम किये। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने बताया कि उसी का काम का अनुभव लेकर हम यहां काम करेंगे तो मुझे लगता है कि बिहार में भी मेरी जिम्मेदारी और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि रेड क्रांस के माध्यम से बिहार के 38 जिलों में एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध करायी जा सकती है।  


वही राज्यसभा सांसद व बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि मां वैष्णो देवी संस्था की पूरी टीम के जज्जे और हिम्मत की दाद देना चाहते हैं। जो समाज सेवा के काम में लगे हैं। हमने भी एमपी फंड से 40 लाख का एक बस संस्था को डोनेट किया है। इस बस को कही भी ले जाया जा सकता है और इसके माध्यम से ब्लड डोनेशन कराया जा सकता है। सुशील मोदी ने कहा कि जो ब्लड दे सकता है वो समाज के लिए कुछ भी कर सकता है और देश के लिए भी जान दे सकता है। बिहार में इस तरह की संस्थाएं बहुत कम है यहां पर हर व्यक्ति राजनीति करना चाहता है राजनीति करने वालों की कमी नहीं है लेकिन समाज सेवा करने वालों की संख्या काफी कम है। उनमें से एक मां वैष्णो देवी संस्था है जो निस्वार्थ सालभर से लोगों की सेवा कर रही है। 


इस दौरान करीब तीन हजार से भी ज्यादा लोगों को जरूरत के समय रक्त देकर मदद की गयी। मां वैष्णों देवी समिति समाज के लिए बेहतर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि रक्त दान महादान है। 18 साल के स्वस्थ्य व्यक्ति को ब्लड डोनेशन करनी चाहिए। इससे लाभ ही होता है किसी तरह की हानि नहीं होती है। इससे बड़ा दान कुछ भी नहीं हो सकता। इसलिए इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है।


वही इस संस्था से जुड़े सदस्यों ने बताया कि मां ब्लड सेंटर एक साल से काम कर रहा है। इस संस्था के जरीये थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को नि:शुल्क ब्लड उपलब्ध कराया जाता है। रक्त के कारण किसी की जान ना जाए इसी उद्धेश्य पर संस्था काम कर रही है। रक्त वीरों के सहयोग से अभी तक 3600 यूनिट ब्लड का संग्रह किया गया है और 4457 यूनिट रक्त का वितरण किया गया है। थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए सरकार काम करे यह निवेदन संस्था के सदस्यों ने की है। 


संस्था से जुड़े लोगों ने बताया कि 2009 में इस संस्था की शुरुआत हुई थी। हर साल 51 जोड़ोंं की शादी मां वैष्णो देवी कराती आ रही है। इस बार भी 51 जोड़ो की शादी करायी जाएगी। जिसकी तैयारी की जा रही है। संस्था के सदस्यों का कहना था कि इंसान का खून ही इंसान के काम आता है। इसलिए तीन महीने में एक यूनिट ब्लड डोनेट करे और वैसे मरीजों को बचाए जिनकी मौत ब्लड की कमी के कारण हो जाती है। वही समाजसेवी नरेश अग्रवाल ने मानवता की सेवा के लिए लोगों को सामने आने की अपील की।